लंदन । धरती से बाहर जीवन की तलाश में जुटे वैज्ञानिकों को एक ग्रह की मौजूदगी के संकेत मिले हैं। वरुण और शनि ग्रह के बीच के आकार के ग्रह पर जीवन संभव हो सकता है। इस ग्रह को सी1 नाम दिया गया है। यह अल्फा सेंचुरी स्टार सिस्टम में धरती से 4.4 प्रकाशवर्ष दूर है। इस स्टार सिस्टम में अल्फा सेंचुरी ए, बी और पौक्सिमिया सेंचुरी शामिल हैं। संभावित ग्रह सी1 का रेडियस धरती की तुलना में पांच से सात गुना ज्यादा हो सकता है और इसका द्रव्यमान 20-50 गुना ज्यादा। यूनिवर्सिटी ऑफ ऐरिजोना की स्टूवर्ड ऑब्जर्वेटरी के नासा हबल फेलोशिप प्रोग्राम के केविन वेगनर के मुताबिक, अगर हम जो देख रहे हैं वह असल में ग्रह है,तब इसका चक्कर काट रहे चांद की खोज सबसे उत्साहित करने वाली होगी।' उनके मुताबिक इस चट्टानी चांद पर जीवन की संभावना हो सकती है। यह खोज मिड-इन्फ्रारेड एग्जोप्लैनेट इमेजिंग के नए सिस्टम की मदद से की जा सकी है। इसके साथ ही चिली के वेरी लार्ज टेलिस्कोप की मदद ली गई। हालांकि, इस ग्रह की मौजूदगी की पुष्टि नहीं की गई है।
वेगनर के मुताबिक, 'हम सिर्फ संभावित ग्रह की चमक और उसकी स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं। उससे अगर हम मानें कि यह ग्रह है तो इसकी कक्षा, रेडियस की रेंज और तापमान की रेंज निकाली जा सकती है। रेडियस और तापमान इसकी चमक तय करते हैं। कक्षा का भी अंदाजा लगाया जा सकता है क्योंकि नजदीकी कक्षा होने पर तापमान ज्यादा होता है।' अल्फा सेंचुरी पर ध्यान इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि यह उस क्षेत्र में है जहां पानी लिक्विड अवस्था में हो सकता है। टीम ने साल 2019 में एक महीने में 100 घंटे तक अल्फा सेंचुरी को ऑब्जर्व कर इस दौरान 50 लाख से ज्यादा तस्वीरें लीं। इस डेटा से पहले से मिलीं जानकारियां हटाकर पाया गया कि सी 1 वरुण और शनि के बीच के आकार का ग्रह हो सकता है। इसे फिर से ऑब्जर्व किया जाएगा और इसकी पोजिशन की जांच की जाएगी।