ब्रसेल्स । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संकट पर सहानुभूति जगाने की मंशा से यूरोपीय संघ के सभी नेताओं ने एकजुट होने की अपील की है। यूरोपीय संघ (ईयू) परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रविवार को उनसे अपने मतभेदों से ऊपर उठने और ईयू के 2,10,000 करोड़ डॉलर (1.85 ट्रिलियन यूरो) के अभूतपूर्व बजट एवं कोरोना वायरस कोष पर सहमत होने की अपील की। तीन दिनों की वार्ता का कोई निष्कर्ष न निकलने के बाद, मिशेल ने आधिकारिक भोज के दौरान कोविड-19 के कारण गुट पर आई अभूतपूर्व मंदी और दुनिया भर में मरने वाले 6,00,000 लोगों का मुद्दा उठाकर सबको प्रभावित करने की कोशिश की।
उन्होंने एक और दिन की विभाजनकारी वार्ता के अंत में नेताओं से पूछा, क्या ईयू के 27 नेता यूरोपीय एकता या विश्वास निर्माण करने में सक्षम हैं या गहरी दरार के कारण हम खुद को एक कमजोर यूरोप के तौर पर प्रस्तुत करेंगे जिसकी जड़ में अविश्वास होगा। मिशेल ने कहा, मेरी कामना है कि हम एक समझौता कर पाने में सफल हों और यूरोपीय मीडिया की कल की सुर्खियों में आए कि ईयू ने असंभव मिशन को पूरा कर लिया है।
शिखर सम्मेलन के चौथे दिन तक किसी समझौते पर नहीं पहुंचा जा सका था। मिशेल के करीबी एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो नेता रात भर भी इस दिशा में काम कर सकते हैं। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के साझेदारों के साथ करीब से बातचीत करने के बावजूद, पारंपरिक रूप से शक्तिशाली माना जाने वाला फ्रांस-जर्मनी का गठबंधन भी गुट के 27 झगड़ालु राष्ट्रों को एक मुद्दे पर सहमत नहीं कर पा रहा है।