कोच्चि। कोरोना संकट में कई तरह के इनोवेशन हो रहे हैं। कोविड-19 महामारी से बचाने के लिए नए-नए तरीके इजाद हो रहे हैं। केरल सरकार की एक कंपनी ने भी एक इनोवेटिव आइडिया निकाला है। इससे लोगों को कोविड-19 से सुरक्षा मिलेगी तो दूसरी तरफ मंद पड़ी अर्थव्यवस्था में कारोबारी संकट से भी राहत मिलेगी। इन्हें एंटी कोविड हेल्थ प्लस मैट्स नाम दिया गया है।
घर में घुसने नहीं देगा कोरोना
केरल स्टेट क्वॉयर कॉर्पोरेशन ने नारियल के जट्टे की चटाइयां बनाई हैं जिनमें सैनेटाइजेशन की सुविधा है। इस खासियत के कारण ये चटाइयां जूते-चप्पलों के जरिए घरों में कोरोना को आने से रोकने में सक्षम हैं। नैशनल क्वॉयर रिसर्च ऐंड मैनेजमेंट और श्रीचित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंस ऐंड टेक्नॉलजी ने नारियल की नई चटाई को विकसित किया है। दोनों ने पिछड़े डेढ़ महीने में यह काम किया है। चूंकि इन चटाइयों में सैनिटाइजिंग सॉल्युशंस हैं, इसलिए इनपर जूते-चप्पल रगड़कर घर में प्रवेश करें तो कोरोना अंदर नहीं जा पाता है। इन चटाइयों की बिक्री एक किट के साथ होगी जिसमें ट्रे और सैनिटाइजर होंगे।
घटी मांग तो सूझा आइडिया
केरल के वित्त मंत्री थॉमस आइजक ने कहा, कोविड-19 के कारण नारियल के जट्टे से बने उत्पादों की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मांग बिल्कुल कम हो गई तो यह आइडिया सूझा। थॉमस क्वॉयर सेक्टर के भी मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2020 में राज्य में क्वॉयर प्रोडक्शन करीब तीन गुना बढ़कर 20 हजार टन हो गया जबकि पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में लॉकडाउन लगा रहा। केरल फाइबर की जरूरतों के लिए तमिलनाडु पर ही निर्भर है।
आगे भी इनोवेशन की प्लानिंग
आइजक ने कहा कि कंपनी नई चटाई का अलपुजा में फील्ड ट्रायल करेगी और जुलाई से इसकी बिक्री शुरू कर दी जाएगी। पहले चरण में ऐंटी कोविड हेल्थ प्लस चटाइयों को हरेक पंचायत, नगर निकाय और संबंधित संस्थानों में पहुंचाया जाएगा। दूसरे चरण में आम लोगों के लिए ये उपलब्ध होंगी। कंपनी क्वॉयर बोर्ड के साथ मिलकर कोविड-19 मरीजों के लिए क्वॉयर कॉट और यूज ऐंड थ्रो मैट्रेस भी बनाने का विचार भी कर रही है। ये प्रॉडक्ट्स किफायती दामों में उपलब्ध किए जाएंगे।