न्यूयार्क । अमेरिकी में सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल और फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने जॉनसन एंड जॉनसन के वैक्सीन पर रोक लगाने की सिफारिश की है। बताया जा रहा है कि यूएस में इस वैक्सीन के इस्तेमाल के बाद ब्लड क्लॉटिंग ने 6 मामले सामने आये हैं। अमेरिका में जॉनसन वैक्सीन में भी मरीजों में खून का थक्का जमने के मामले मिले हैं। इस पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि ये मामले बेहद गंभीर और दुर्लभ किस्म के हैं। यूएस में जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन के 68 लाख लाख डोज दिये जा चुके हैं। जिन मरीजों में ब्लड क्लॉटिंग की शिकायत मिली है, वो सभी महिलाएं हैं और उनकी उम्र 18 से 38 साल के बीच है। इनमें वैक्सीन दिये जाने के 6 से 13 दिनों के भीतर ये लक्षण विकसित हुए। सीडीसी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक बैठक बुलाई है, जिसमें इस टीके के आगे इस्तेमाल से जुड़े सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा। इस समय अमेरिका में मॉडर्ना, फाइजर के साथ सिर्फ जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को अप्रूवल मिला हुआ है। यूरोपीय संघ में इन तीन के अलावा एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को अप्रूवल दिया गया है। भारत सरकार बाकी तीनों के साथ जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी देने पर विचार कर रही है। इस खबर के बाद अपने देश की सरकार को भी सचेत होना पड़ेगा। इससे पहले कुछ देशों में एस्ट्राजेनेका टीका लगाने से खून के थक्के जमने के गंभीर मामले सामने आए हैं। सबसे पहले ब्रिटेन में एस्ट्राजेनेका टीका लगाने से खून के थक्के जमने के मामले सामने आए थे। उसके बाद नार्वे में भी टीका लगाने के बाद इसी तरह की शिकायत मिली। इसके बाद आयरलैंड सहित यूरोप के कई देशों में एस्ट्राजेनेका टीका पर रोक लगा दी गई है।