बिलासपुर । प्रार्थी देवानंद यादव निवासी कोटा का पुत्र काफी दिनो से अस्वस्थ था। नेशनल टीवी पर बंगाली बाबा के द्वारा बिमारी का शर्तिया ईलाज का विज्ञापन देखा तथा दिये गये मोबाईल नंबर पर संपर्क कर अपनी समस्या बताया। जो बंगाली बाबा द्वारा बच्चे के स्वास्थ लाभ के नाम पर अलग अलग तौर तरीके जैसे:- नीबू-सुई-अगरबत्ती का उपयोग, घर में नाग सांप का प्रकोप, बुरी आत्मा का प्रकोप, ऊँटो की बलि, बंगाल के जानवर की कुर्बानी एवं पुत्र की मौत का डर दिखाकर विभिन्न खातो में ईलाज का रकम जमा किया था। प्रार्थी द्वारा बैंक से लोन लेकर बंगाली बाबा को 4,15,000 रू. खातो के माध्यम से दिये थे। अंध विश्वास/जादू टोना नेशनल टीवी पर विज्ञापन प्रकाशित कर लोगो से ठगी के मामले को गंभीरता से लेते हुये उक्त अपराध की पतासाजी हेतु श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय बिलासपुर श्री प्रशांत अग्रवाल ,अतिरिक्त पुलिस शहर श्री उमेश कश्यप एवम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री संजय ध्रुव के निर्देशन एवं सायबर सेल नोड़ल अधिकारी एवं श्रीमान नगर पुलिस अधिक्षक निमेष बरैया, एसडीओपी कोटा श्रीमती रशमित कौर के मार्गदर्शन में निरीक्षक कलीम खान के नेतृत्व में विशेष टीम तैयार कर दिल्ली टीम रवाना कर बेहद भीड़ भाड वाले इलाको से लगातार अथक प्रयास मेहनत सुझबुझ एवं लगन से उक्त फर्जी बंगाली बाबा का पता तलाश कर दिल्ली एवं गाजियाबाद से रेड कार्यवाही कर बंगाली बाबा को पकडा गया। उपरोक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में तारबाहर थाना प्रभारी निरीक्षक कमील खान, उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी, जागेश्वर राठिया, मनोज नायक, अजय वारे, सउनि अवधेश सिंह सायबर सेल से आरक्षक नवीन एक्का, दीपक उपाध्याय, गोविंद शर्मा, सोनू पाल, तदबीर पोर्ते, का विशेष योगदान रहा।