प्योंगयांग । उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन की सहायक और प्रभावशाली बहन किम यो जोंग ने अमेरिका के जो बाइडेन प्रशासन को आगाह किया है कि अगर वे 4 साल शांति से सोना चाहते हैं तो कलह पैदा करने वाले कदमों से दूर रहें। किम यो जोंग का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका के विदेश मंत्री पहली बार दक्षिण कोरिया और जापान की यात्रा पर इस सप्ताह जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा हो सकती है। उत्तर कोरिया की सरकारी संवाद एजेंसी ने बताया कि किम यो जोंग ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास की भी तीखी आलोचना की। किम जोंग उन ने सरकारी समाचार पत्र से बातचीत में कहा, 'अमेरिका के नए प्रशासन को एक सलाह है जो इलाके में हमारी जमीन पर बारुद की दुर्गंध को फैलाना चाहता है।' उन्होंने कहा, 'अगर अमेरिका आने वाले 4 साल के लिए शांति के साथ सोना चाहता है तो यह उसके लिए अच्छा होगा कि वह पहले कदम के रूप में इस दुर्गन्ध से दूर रहे।'
इससे पहले अमेरिका ने कहा था कि वह पिछले कई हफ्तों से उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक संपर्क स्थापित करने के प्रयास कर रहा है। उत्तर कोरिया ने अभी तक नहीं माना है कि जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति बन गए हैं। बता दें कि उत्तर कोरिया के मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर दोनों देशों के बीच में विवाद बना हुआ है। उत्तर कोरिया अमेरिका के राजनयिक संपर्क स्थापित करने के प्रयासों पर कोई जवाब नहीं दे रहा है। किम यो जोंग ने एक बार फिर से अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सेना के बीच हो रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास पर अपना कड़ा विरोध जताया। उत्तर कोरिया का कहना है कि यह उसके ऊपर कब्जे की तैयारी है। किम यो जोंग ने कहा कि दक्षिण कोरिया की सरकार ने एक बार फिर से युद्ध की ओर बढ़ने और संकट की ओर बढ़ने का रास्ता चुना है। किम यो जोंग उत्तर कोरियाई तानाशाह की छोटी बहन हैं और उनकी सबसे करीबी सहयोगी मानी जाती हैं। उत्तर कोरियाई सरकार में किम यो जोंग बहुत प्रभावशाली हैं।