वाशिंगटन। अमेरिकी राज्य वर्जीनिया के शक्तिशाली लेफ्टिनेंट गवर्नर पद का चुनाव लड़ रहे भारतीय-अमेरिकी कारोबारी और समुदाय के नेता पुनीत आहलूवालिया कहा कि वह देश की राजनीति में ऐसे समय विविधता लाना चाहते हैं जब राष्ट्रीय स्तर पर एशियाई-अमेरिकी समुदाय के खिलाफ हिंसा में अचानक उछाल आया है। माना जा रहा है कि रिपब्लिकन पार्टी लेफ्टिनेंट गवर्नर पद के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में उनके नाम की औपचारिक घोषणा आठ मई को होने वाले हाइब्रिड सम्मेलन (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों से) में करेगी।
आहलूवालिया ने सम्मेलन से पहले कहा, जब मैं इस देश में आया तो मेरे पर प्राय: कुछ भी नहीं था। मैंने कारोबार बनाया, शानदार महिला से शादी की जो स्वयं प्रवासी थीं और खूबसूरत परिवार बनाया। उन्होंने कहा, नादिया (उनकी अफगान मूल की अमेरिकी पत्नी) और मैंने लंबा संघर्ष किया जैसा हर परिवार करता हैं और रंग वाले (श्वेत को छोड़कर) लोगों को सबसे अधिक पसंद करता हूं। हमने कई मौकों पर भेदभाव एवं पूर्वग्रह का सामना किया, लेकिन हमने इस शानदार देश के नागरिक के तौर पर मिले आशीर्वाद को नहीं खोया जिसका हम आंनद ले रहे हैं। आहलूवालिया ने कहा, अब मैं लेफ्टिनेंट गवर्नर पद के लिए लड़ रहा हूं। इसकी एक वजह यह है कि मैं हर अमेरिकी की अमेरिका के अवसर एवं आशीर्वाद को साझा करने में मदद करना चाहता हूं, इसमें इससे फर्क नहीं पड़ता कि उनकी त्वचा का रंग क्या है, वे कौन सी भाषा बोलते हैं और उसका जन्म किस देश में हुआ है। गौरतलब है कि सफल कारोबारी आहलूवालिया 20 साल से रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य हैं।