वेलिंगटन । प्रशांत महासागर में बसा न्यूजीलैंड भूकंप के चार भीषण झटकों से दहल उठा। रिक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता 7.3, 7.4, 8.1 और 6.5 मापी गई है। भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई, जिसके बाद लोग बुरी तरह डर गए और तटीय इलाकों से ऊंचाई वाले स्थानों के लिए भाग निकले।
इससे पहले अधिकारियों ने भूकंप के तीन झटकों के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की थी। स्थानीय लोगों से कहा गया था कि वे घर छोड़कर ऊंचाई वाली जगहों पर चले जाएं। बताया जाता है कि पहला भूकंप रात करीब 2.27 पर नॉर्थ आइलैंड इलाके में आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.3 थी। इसके 4 घंटे बाद केरमाडेक द्वीप के पास 7.4 की तीव्रता वाला भूकंप आया। सबसे तगड़ा भूकंप स्थानीय समायानुसार सुबह 8.28 पर आया और उसके बाद एक चौथा भूकंप आया जिसकी तीव्रता 6.5 थी। बाद में सुनामी की चेतावनी को घटा दिया गया और स्थानीय लोगों को वापस घर जाने के लिए कह दिया गया।
सुनामी की इस चेतावनी को पूरे प्रशांत महासागर इलाके में जारी किया गया था जिसमें हवाई भी शामिल था। हवाई न्यूजीलैंड से 7500 किमी दूर है। ऑस्ट्रेलिया के नॉरफॉल्क द्वीप समूह पर समुद्र की दो फुट ऊंची लहरें देखी गईं। भूकंप की वजह से किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। न्यूजीलैंड की आपातकालीन एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इससे पहले न्यूजीलैंड में 10 फरवरी को भी शक्तिशाली भूकंप आया था। जिस कारण वहां के आसपास के इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी।
हालांकि, कुछ देर बाद इस चेतावनी को वापस ले लिया गया था। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया था कि इस भूकंप का केंद्र न्यू कैलेडोनिया में वाओ के लगभग 415 किलोमीटर (258 मील) पूर्व में स्थित था। न्यूजीलैंड भूकंप प्रभावित जोन में आता है। प्रशांत महासागर में स्थित कई ज्वालामुखी विस्फोटों और टेक्टॉनिक प्लेटों के खिसकने के कारण यह इलाका लगातार भूकंप से प्रभावित रहता है। फिजी, न्यूजीलैंड, वानुअतु, ऑस्ट्रेलिया, कुक आइलैंड्स और अमेरिकन समोआ सहित कई ऐसे देश हैं जो लगभग हर दिन कई छोटे-बड़े भूकंप के झटके झेलते हैं।