ढाका । बांग्लादेश में आतंकवाद रोधी एक विशेष अदालत ने जाने माने बांग्लादेशी-अमेरिकी ब्लॉगर अविजीत रॉय की 2015 में हुई हत्या के मामले में सेना के एक भगोड़े मेजर समेत प्रतिबंधित इस्लामी आतंकवादी समूह के पांच लोगों को मृत्युदंड सुनाया और एक अन्य व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। बांग्लादेश में जन्मे 42 वर्षीय अमेरिकी नागरिक रॉय की इस्लामी आतंकवादियों ने उस समय हत्या कर दी थी, जब वह 26 फरवरी, 2015 को ढाका विश्वविद्यालय में एक पुस्तक मेले से निकले थे। इस हमले में उनकी पत्नी राफिदा अहमद भी घायल हो गई थीं। रॉय धार्मिक कट्टरता के विरोधी थे।
जानकारी के मुताबिक ढाका की आतंकवाद रोधी विशेष अदालत के न्यायाधीश मोजिबुर रहमान ने सेना के भगोड़े मेजर सैयद जियाउल हक समेत पांच आतंकवादियों को रॉय की हत्या के मामले में मृत्युदंड सुनाया। हक के अलावा मोहम्मद मोज्जम्मल हुसैन उर्फ सैमोन उर्फ शहरियार, मोहम्मद अबु सिद्दिक सोहेल उर्फ साकिब उर्फ साजिद उर्फ शाहाब, मोहम्मद अराफात रहमान और अकरम हुसैन उर्फ अबीर को भी मृत्युदंड दिया गया। अबीर भी इस समय फरार है। न्यायाधीश ने इन आरोपियों पर पचास-पचास् हजार का जुर्माना भी लगाया। न्यायाधीश रहमान ने इससे करीब एक ही सप्ताह पहले रॉय के प्रकाशक फैसल अरेफिन दिपोन की हत्या के मामले में निष्कासित मेजर हक समेत आठ इस्लामी आतंकवादियों को मौत की सजा सुनाई थी। दिपोन की 31 नवंबर, 2015 को हत्या की गई थी। आठ में से छह दोषी प्रतिबंधित अंसार अल इस्लाम आतंकवादी समूह के सदस्य हैं। इस समूह को अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के नाम से भी जाना जाता है।