सना । यमन के 35 मछुआरों की जिंदगी उस समय बदल गई, जब उन्हें समुद्र में 'तैरता हुआ सोना' मिला। फरवरी में मछुआरों के इस समूह को जानकारी मिली थी कि अदन की खाड़ी में एक स्पर्म वेल मछली का शव तैरता हुआ मिला है। इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि इसके साथ ही उन्हें एक ऐसी अनमोल चीज भी मिल सकती है, जिसकी कीमत लाखों में होती है। वह चीज है वेल मछली की उल्टी।
वेल मछली की उल्टी की कीमत किसी के भी होश उड़ाने वाली होती है। इसके एक किलो की कीमत 35 हजार पाउंड यानी 36 लाख रुपए से भी ज्यादा होती है। अल-खएसा के इन मछुआरों को जब वेल का शव मिला तो उसे काटकर अंदर देखा गया। उसके पेट में 127 किलो की उल्टी का टुकड़ा मिला। इसके लिए उन्हें 11 लाख पाउंड यानी 11 करोड़ से भी ज्यादा रुपए दिए गए।
वेल से आ रही महक से इन मछुआरों को लगा कि हो सकता है कि इसके अंदर एम्बर्ग्रिस मिल सकता है। इन लोगों ने ये पैसे आपस में तो बांटे ही, गांव के दूसरे जरूरतमंद लोगों को भी दिए। युद्धग्रस्त यमन के इन लोगों का जीवन बदलने लगा है। बेहतर घर-गाड़ियों से लेकर मूलभूत जरूरतें भी अब आसानी से पूरी करने की उम्मीद है। एम्बर्ग्रिस को बेहद कीमती माना जाता है। दुनिया के कई हिस्सों में इसकी तस्करी भी जाती है। भारत में भी एक किलो वेल वॉमिट की कीमत करोड़ों में है।
एम्बर्ग्रिस ठोस, मोम जैसा ज्वलनशील तत्व होता है। पानी के अंदर वेल मछलियां ऐसे कई जीव खाती हैं जिनकी नुकीली चोंच और शेल्स होती हैं। इन्हें खाने पर वेल के अंदर के हिस्से को चोट न पहुंचे इसके लिए एम्बर्ग्रिस अहम होता है। इसका इस्तेमाल परफ्यूम इंडस्ट्री में किया जाता है। इसमें मौजूद एल्कोहल का इस्तेमाल महंगे ब्रैंड परफ्यूम बनाने में किया जाता है। इसकी मदद से परफ्यूम की गंध लंबे समय तक बरकरार रखी जा सकती है। इस वजह से इसकी कीमत काफी ज्यादा होती है। यहां तक कि वैज्ञानिकों ने इसे तैरता हुआ सोना भी कहा है।