बिलासपुर । आखिरकार 6 माह बाद अधिकारी नींद से जागे और सीमांकन करने पहुचे ग्राम पंचायत मोहतरा,चूना पत्थर खदान संचालकों के द्वारा बड़ी संख्या में शासकीय भूमि को बेजा कब्जा किया जा रहा था इनकी मनमानी दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही थी मनमानी से परेशान ग्रामीणो ने 6 माह पूर्व ही ग्राम पंचायत के चुना पत्थर खदानों की सीमांकन के लिए प्रस्ताव पास किया था
पूरा मामला मस्तुरी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोहतरा का है जहाँ कई चुना पत्थर खदाने है जो अपने निजी भूमि के साथ साथ शासकीय भूमि को भी कब्जा किया गया है ऐसे में विकाश कार्य के लिए सरपंच के सामने चुनौती है जब पटवारी और आर.आई. के द्वारा 3 चुना पत्थरो का सीमांकन किया गया तब पारिजात एक्सटेंशन और सुरैया बानो के द्वारा शासकीय भूमि में कब्जा पाया गया ग्रामीणों ने पारिजात एक्सटेंशन के मालिक हरिशंकर राठौर पर बड़ा आरोप लगाया है मोहतरा के कई किसानों को शासन से पटटा मिला है जिस पर किसान कई सालों तक खेती करता था डामर प्लांट से खेत लगे होने के कारण लोगो को खेती करने में परेशानियां होती थी इसी लिए किसानों ने अपने शासकीय पट्टे की जमीन को हरिशंकर राठौर से बेच दिया जिस पर आज हरिशंकर राठौर ने बिना अनुमति के पत्थरों का स्टॉक रखा है। बता दे कि शासन से मिलने वाले पट्टे को बेचना जितना गैर कानूनी है उतना ही उसे खरीदना गैर कानूनी है जाच में आये पटवारी और मस्तुरी आर. आई. को मौके पर शासकीय भूमि पर कब्जा पाया गया लेकिन मस्तुरी आर.आई.कैलाश मिश्रा जानकारी देने से बचने लगे कहा हमे बाईट देने का आदेश नही होता , देखना होगा कि आखिर कार कब तक इन लोगो पर कार्यवाही होगी या फिर इसे भी उची पहुँच ठंडे बस्ते में डाल देगी ।