लंदन । ब्रिटेन में दुर्लभ प्रजाति की दो झींगा मछलियों के मिलने से वैज्ञानिकों में खासा उत्साह है। इस प्रजाति के झींगा करोड़ो में एक होते हैं। ये झींगा मछलियां ब्रिटेन के लैंडलॉक काउंटी में एक मछुआरे को मिली हैं। जो जानकारी के अभाव में इन्हें बेचने के लिए सी फूड मार्केट लेकर पहुंचा था। इस दुर्लभ झींगे की पहचान उस मॉर्केट में खरीदारी करने पहुंचे एक कैटरर ने की।
47 साल के कैटरर जोसेफ ली लैंडलॉक काउंटी के मैक्रो होलसेल मॉर्केट में खरीदारी के लिए पहुंचे थे। अचानक उन्हें एक मछली विक्रेता के पास ऑरेंज कलर के दो कैनेडियन लॉबस्टर दिखाई दिए। ये इतने दुर्लभ होते हैं कि 3 करोड़ झींगों में से केवल एक को ही पकड़ा जाता है। उनमें से दो नारंगी रंग के झींगों को एक साथ देखना भी एक अत्यंत दुर्लभ मौका है। जोसेफ ने इन झींगों को देखकर उस मछुआरे से संपर्क कर उसे न बेंचने के लिए मनाया। यह मछुआरा इन झींगों को 25.50 पाउंड (2628.86 रुपये) में बेचना चाहता था। जोसेफ की सलाह के बाद इस मछुआरे ने इन दुर्लभ झींगों को एक मछलीघर को दान में दे दिया। जोसेफ ने कहा कि मैं अपने कैटरिंग बिजनेस के लिए अपनी सामान्य खरीदारी करने गया था। मैंने इन दो नारंगी झींगा मछलियों को दूर से देखा और सोचा कि वे खिलौने हैं, क्योंकि केवल यही ऐसा मौका है जब मैंने उन्हें पकाए जाने के अलावा नारंगी रंग में देखा है।
उन्होंने कहा कि मैंने सोचा था कि कोई मजाक कर रहा है और टैंक में कुछ नारंगी ट्वॉय लॉबस्टर डाल दिया है। मैं करीब गया और देखा कि वे जीवित थे। मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। मैं दस साल से मैक्रों जा रहा हूं और खुद एक मछुआरा रहा हूं, लेकिन मैंने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा। टैंक में सिर्फ एक नहीं बल्कि दो ऐसे झींगों का होना अकल्पनीय है।मुझे पता था कि वे बेंचने के लिए पके हुए झींगे को नहीं रखेंगे, क्योंकि आपको झींगा मछलियों को एक विशेष टैंक में सात डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे बहते पानी में रखने की जरूरत होती है।