वाशिंगटन। दुनिया के सबसे अमीर इंसान और इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क को एक भारतीय-अमेरिकी छात्र रंदीप होती से जोरदार चुनौती मिल रही है। दरअसल, रंदीप होती ने मानहानि का मुकदमा कर रखा है और पहले राउंड में एलन मस्क को शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
रंदीप होती कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले के पूर्व छात्र हैं और वर्तमान में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में एशियन लैंग्वैज के छात्र हैं। वह एलन मस्क और टेस्ला के मुखर आलोचक हैं। उनके माता-पिता फ़्रेमोंट में रहते हैं, जहां टेस्ला का अपना ऑटो प्लांट भी है। रंदीप सकबुशक के नाम से ट्विटर पर एक्टिव हैं। उन्होंने ट्विटर बायो में लिखा है- कार्पोरेट फ्रॉड पर जांच/रिपोर्टिंग। होती एक ग्लोबल ग्रुप का हिस्सा है। यह ग्रुप पूर्व-टेस्ला कर्मचारियों, होती जैसे छात्रों और दूसरे पेशेवरों से बना है। इसमें से कई लोग अक्सर सोशल मीडिया और दूसरे प्लेटफॉर्म पर एलन मस्क और टेस्ला की आलोचना करते हैं। दो घटनाओं के बाद रंदीप दो साल पहले मस्क के निशाने पर आए गए थे। फरवरी 2019 में रंदीप की एक सिक्योरिटी गार्ड से भिड़ंत हो गई थी, जब वह कैलिफोर्निया में टेस्ला के एक सेल्स सेंटर पर गए थे। वहीं, अप्रैल 2019 में दूसरी घटना हुई। होती ने कहा कि टेस्ला की टेस्ट कार को देख उसकी तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट कर दी थी। मस्क ने ऑनलाइन एडिटर को मेल कर रंदीप को झूठा करार देते हुए कहा था कि वो हमारे सिक्योरिटी गार्ड को लगभग मार ही चुका था। दूसरी ओर, होती का कहना है कि मस्क ने उनके खिलाफ ऑनलाइन घृणा अभियान चलाया।