ताइपे । चीन से परेशान ताइवान के उसके साथ जारी तनाव के बीच अमेरिका और ताइवान में बढ़ती दोस्ती ड्रैगन को नहीं भा रही है। अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा सचिव एलेक्स अजार और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी कीथ क्रैच के बाद अब अमेरिका के खास राजदूत केली क्राफ्ट ताइवान के दौरे पर जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत केली क्राफ्ट ताइवान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के लिए 13-15 जनवरी को ताइवान जाएंगी। इस जानकारी के के बाद चीन तिलमिला उठा है और ने अमेरिका को आग से नहीं खेलने की चेतावनी दी है। चीन ने कहा कि वह अमेरिकी राजदूत की यात्रा का दृढ़ता से विरोध करता है। चीन के यूएन मिशन ने कहा कि हम अमेरिका को याद दिलाना चाहते हैं कि जो भी आग से खेलेगा वह खुद जल जाएगा। अमेरिका इस गलत कदम के लिए भारी कीमत चुकाएगा।
इससे पहले कीथ क्रैच के दौरे से चीन को इतना गुस्सा आ गया था कि उसने ताइवान की वायु सीमा में अपने 18 लड़ाकू विमान भेज दिए थे। उधर, ताइवान ने शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के अंतिम सप्ताह में होने वाली एक अमेरिकी राजदूत की यात्रा का स्वागत किया है। ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि वे इस यात्रा का ‘दिल खोलकर स्वागत’ करते हैं और इस यात्रा को लेकर अंतिम दौर की चर्चा अब भी जारी है। राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह यात्रा ताइवान और अमेरिका के बीच पुख्ता दोस्ती का प्रतीक है और अमेरिका-ताइवान साझेदारी को और मजबूत करने में यह यात्रा सकारात्मक तरीके से मददगार साबित होगी। अमेरिकी मिशन ने कहा कि अमेरिकी राजदूत केली क्राफ्ट इस दौरे के दौरान वह वैश्विक समुदाय के लिए ताइवान के प्रभावशाली योगदान और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में ताइवान के सार्थक और विस्तारित भागीदारी के महत्व पर भाषण देंगी।