मॉस्को । अंतरिक्ष यात्री के तौर पर चयनित चार भारतीय उम्मीदवारों ने रूस में अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए ये चारों उम्मीदवार ऐस्ट्रोनॉट बनेंगे। रूस की ओर से एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी। स्टेट कॉरपोरेशन रेस्कोमोस ने बयान में बताया कि उसके महानिदेशक दमित्री रोगोजिन ने उन भारतीय अंतरिक्षयात्री उम्मीदवारों के साथ बैठक की जिन्होंने आम अंतरिक्ष प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस बैठक में रूस में भारत के राजदूत डी बी वेंकेटेश और स्टेट कोरपोरेशन रेस्कोमोस के संबंधित संगठनों के प्रतिनिधि भी थे जो भारतीय उम्मीदवारों के प्रशिक्षण से संबद्ध थे।
अंतरिक्ष उड़ान के वास्ते भारतीय उम्मीदवारों के प्रशिक्षण के लिए ग्लाकोसमोस कंपनी (स्टेट कोरपोरेशन रेस्कोमोस का अंग) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान केंद्र के बीच 27 जून, 2019 को अनुबंध हुआ था। इन भारतीय उम्मीदवारों का प्रशिक्षण 10 फरवरी, 2020 को प्रारंभ हुआ था। मार्च के आखिर में इसे कोविड-19 महामारी के चलते बीच में रोक दिया गया था लेकिन बाद में मई में बहाल कर दिया गया। मालूम हो कि दस हजार करोड़ रूपये की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के अगले साल भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्षगांठ वर्ष में प्रक्षेपित किये जाने की संभावना है। भारतीय वायुसेना के चार लड़ाकू पायलट गगनयान परियोजना के संभावित उम्मीदवार हैं।