बता दें कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास किया, वह मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व के लिए गंभीर ख़तरा है। वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में छोटे-बड़े मिलाकर 90 से अधिक बाघ हैं।केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना से उस टाइगर रिजर्व के 10 प्रतिशत से अधिक मुख्य क्षेत्र जलमग्न हो जाएगा। न सिर्फ बाघों के आवास बल्कि गिद्धों जैसी अन्य प्रजातियां भी नष्ट हो जाएंगी। 23 लाख से ज़्यादा पेड़ काटे जाने हैं। कंस्ट्रक्शन गतिविधियों के कारण गंभीर रूप से व्यवधान उत्पन्न होगा।
जयराम की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में पत्रकार वार्ता में प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां भी विकास के काम होते हैं, गरीबों के काम होते हैं और हमारे संकल्पों की पूर्ति होती है, वहां पूरा समाज भाजपा के साथ आ जाता है, लेकिन इससे कांग्रेस के पेट में दर्द शुरू हो जाता है। जयराम रमेश की टिप्पणी इसका प्रमाण है। यह इस बात का भी प्रमाण है कि कांग्रेस की लाइन ही विकास की विरोधी है। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के विरोध में टिप्पणी करके जयराम रमेश ने बुंदेलखंड की जनता का अपमान किया है।
यह साबित हो गया है कि कांग्रेस विकास विरोधी है और वह नहीं चाहती कि गरीबों के जीवन में कोई बदलाव आए। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड की दशा और दिशा बदलने वाली योजना है। इस परियोजना के पूरी हो जाने पर बुंदेलखंड सूखा और गरीब नहीं रहेगा, बल्कि हरा-भरा और समृद्धशाली होगा।