- जे-20 स्टील्थ लड़ाकू विमान को बताया राफेल से ज्यादा खतरनाक
बीजिंग। पूर्वी लद्दाख में पिछले दिनों से चले आ रहे तनाव के कारण अब इस बात के आकलन हो रहे हैं कि युद्ध जैसे हालात बने तो किस देश की सेना भारी पड़ेगी। चीन के सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' का दावा है कि चीन के सामने भारत तो क्या रूस, फ्रांस और अमेरिका के हथियार भी मुकाबला नहीं कर सकते। अखबार ने दावा किया कि चीन सेना के पास पीसीएल-181 और पीएलजेड-05 स्व-चालित हॉवित्जर, जेड-10 अटैक हेलीकॉप्टर, और टाइप 15 और टाइप 99ए टैंक जैसे मारक क्षमता और गतिशीलता के मामले में कहीं बेहतर हथियार हैं, जिनका कोई मुकाबला नहीं है।
इतना ही नहीं चीन एयरफोर्स के पास ऐसे जेट हैं, जिनके सामने राफेल भी कहीं नहीं टिकता। चीन के लिए जे-20 स्टील्थ लड़ाकू विमान उतारना बहुत बड़ी सफलता मानी जाती है। ग्लोबल टाइम्स' का दावा है कि भारत के पास अभी तक ऐसा कोई स्टील्थ विमान नहीं है, जोकि दुश्मनों के रडार को तोड़ते हुए हमला कर सके। दरअसल यह लड़ाकू विमान चीन की चेंगदू एयरोस्पेस कार्पोरेशन द्वारा चीनी वायु सेना के लिए बनाया गया है। राफेल भले ही एफ-16 पर भारी पड़ रहा हो, लेकिन चीन के जे-20 श्रेणी के विमानों की चुनौती बड़ी है। चीन के जे-20 विमानों की कॉम्बैट रेडियस 3400 किलोमीटर है, जिसके आगे राफेल नहीं टिकता है। चीन आने वाले सालों में जे-20ए विमानों को अपनी वायुसेना में शामिल कर रहा है। इसे देखते हुए भारतीय वायुसेना को भी अपनी क्षमताओं में इजाफा करना होगा।