पेइचिंग । चीन की औपनिवेशिक नीतियों के चलते हॉगकॉग में लागू नए सुरक्षा कानून के बाद से यहां आम लोगों में अत्याचार बढ़ गया हैं। यहां के लोगों को चीनी पुलिस नए कानून के आधार पर हिरासत में लेकर प्रताड़ित भी कर रही है। ऐसे ही एक मामले में चीनी सरकार ने अमेरिका के दबावों की परवाह न करते हुए नाव से देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे हॉगकॉग के 10 लोगों के खिलाफ अदालती कार्रवाई शुरू कर दी है। शेनझेन में जारी अभियोग पत्र के अनुसार बचाव पक्ष पर अवैध तरीके से सीमा पार करने के आरोप हैं जबकि दो पर इसके लिए योजना बनाने के अतिरिक्त आरोप हैं। शेनझेन में यानतिआन जिला जन अदालत (यानतिआन डिस्ट्रिक्ट पीपुल्स कोर्ट) ने बताया कि सोमवार दोपहर में सुनवाई शुरू हुई और अभी यह चल रही है। प्रवक्ता ने अपना नाम बताने से इनकार कर दिया। नाम बताने से इनकार करना चीन के अदालतों के कर्मचारियों के बीच आम है।
हॉगकॉग की सीमा के ठीक पार शेनझेन शहर है। 12 हांगकांगर्स कन्सर्न ग्रुप ने बताया कि जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उनमें से सात के परिवार को अदालत द्वारा नियुक्त उनके वकीलों के फोन कॉल आए और सोमवार से सुनवाई शुरू होने की जानकारी मिली थी। इस मामले में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने बताया कि यह अभी प्रक्रिया में है। हालांकि उन्होंने सुनवाई शुरू होने की पुष्टि नहीं की। झाओ ने कहा कि संबंधित लोगों को अवैध रूप से सीमा पार करने या अन्य लोगों को सीमा पार कराने में संयोजक बनने का संदेह है और कानून के अनुसार इन पर अभियोग चल रहा है। इस मामले पर अमेरिकी दूतावास के एक बयान को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि यह चीन की ‘न्यायिक संप्रभुता’ में हस्तक्षेप है।
इन 10 के अलावा दो नाबालिगों पर अलग से मुकदमा चलने की आशंका है। ये भी नाव पर सवार थे। नौका ताइवान जा रही थी लेकिन बीच में ही चीनी तट रक्षक ने इन्हें 23 अगस्त को पकड़ लिया। इन 12 लोगों के परिवारों का कहना है कि उन्हें अपना वकील लाने से रोका गया है। वे इसे राजनीति से प्रेरित आरोप बता रहे हैं। दोषी पाए जाने पर आरोपियों को एक साल की सजा सीमा पार करने और सात साल की सजा इस पूरी यात्रा को अमलीजामा पहनाने के लिए मिलेगा। एमनेस्टी इंटरनेशनल हॉगकॉग के कार्यक्रम प्रबंधक लाम चाओ मिंग ने मुकदमे की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर संदेह जताया है।