बीजिंग । मंगल पर उतरे चीन के पहले रोवर झुरोंग ने लाल मिट्टी की सतह यानी मंगल की सतह को छू लिया है। इसके साथ ही छह पहियों के रोवर ने मंगल की सतह पर उतर कर नमूने एकत्र करने शुरू कर दिए हैं। करीब एक हफ्ते पहले मंगल पर उतरा झुरोंग अपने लैंडिंग प्लैटफॉर्म से उतर गया है। मंगल पर उतरने के बाद अगले 90 दिन तक यह इलाके की मैपिंग करेगा।
रोवर इस दौरान बर्फ के निशान खोजेगा, मौसम को मॉनिटर करेगा और सतह की बनावट देखेगा। चीन के नशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने रोवर के नेविगेशन कैमरे से ली गईं तस्वीरें शेयर की हैं। एक तस्वीर में यह लैंडर के ऊपर ही है और नीचे दो रैंप की ओर देख रहा है। दूसरू तस्वीर में झुरोंग का तीन पैर का लैंडर दिख रहा है जिसने उसे पिछले हफ्ते लैंड कराया है। यह रोवर सौर ऊर्जा से चलता है। यह करीब 3 महीने काम करेगा। तस्वीरें लेने और मैप करने के लिए इसमें हाई-रेजॉलूशन कैमरे लगे हैं।
इसके अलावा रोवर में रेडार भी लगा है, जो मंगल की सतह के अंदर देख सकता है। इसमें मल्टी-स्पेक्टरल कैमरे और सतह की बनावट और चुंबकीय क्षेत्र को डिटेक्ट करने के लिए डिटेक्टर लगे हैं और मौसम को मॉनिटर करने के उपकरण भी हैं। रोवर तियानवेन-1 स्पेसक्राफ्ट से मंगल पहुंचा है, जिसे पिछले साल जुलाई में लॉन्च किया गया था। अब वह मंगल की कक्षा में चक्कर काट रहा है।
लैंडिंग से पहले तियानवेन-1 का ऑर्बिटर कई तस्वीरें दे चुका है। एक वीडियो तियानवेन-1 के स्मॉल इंजीनियरिंग सर्वे सब-सिस्टम कैमरे से लिया गया था जिसके फ्रेम में मंगल आता दिख रहा था। इसके बाद मंगल के वायुमंडल का किनारा नजर आया। मंगल की सतह पर मौजूद गड्ढे भी नजर आए। दूसरे वीडियो में तियानवेन-1 के ट्रैकिंग एंटेना के मॉनिटरिंग कैमरा से ली गई तस्वीर दिखी थी। इंजीनियरिंग सर्वे सब-सिस्टम में कई छोटे मॉनीटरिंग कैमरे लगे हैं।