लंदन । ब्रिटेन में कोरोना काल में बच्चों ने स्कूल जाने से बचने के लिए नया बहाना ढूंढ निकाला है। यहां बच्चे स्कूल ना जाने के लिए ऑरेंज जूस से फर्जी कोरोना रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। बच्चे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि कोरोना होने पर उन्हें स्कूल से 15 दिन की छुट्टी मिल जाती है और उन्हें स्कूल नहीं जाना पड़ता लेकिन अब उनकी पोल खुल गई है।
बच्चों के स्कूल शिक्षकों ने पाया है कि वे एंटीजन टेस्ट में स्वैब की जगह ऑरेंज जूस का इस्तेमाल कर झूठी रिपोर्ट बना रहे हैं। इस बात की जांच की तो पूरे मामले का सच सामने आ गया। एक लैब में पता चला कि ऑरेंज जूस में वायरस नहीं है बल्कि जूस में मौजूद एसिडिटि पदार्थ की वजह से ऐसा हुआ। वहीं जांच में यह भी खुलासा हुआ कि केवल ऑरेंज जूस से नहीं बल्कि दूसरे ड्रिंक्स, केचअप और कोका कोला से भी टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। ब्रिटेन के एक साइंस टीचर ने भी बच्चों के झूठी रिपोर्ट दिखाकर छुट्टी लेने की बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि अगर कोई जानबूझकर प्रोटोकॉल तोड़ता है तो निश्चित रुप से इसका परिणाम गलत ही आएगा लेकिन यहां यह सही मायने में फॉल्स पॉजिटिव नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रोटोकॉल का सही तरीके से पालन नहीं किया गया।
आपको बता दें कि इन दिनों टिकटॉक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ब्रिटेन में ऐसी ट्रिक वायरल हो रही है। एक और यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर ने कहा कि बफर सॉल्यूशन के साथ धोकर नकली पॉजिटिव रिपोर्ट तैयार करना मुमकिन है लेकिन पीएच वैल्यू एक बार दिखाने के बाद थोड़ी ही देर में टेस्ट किट से लाइन गायब हो जाती है। वहीं यूनिवर्सिटी कॉलेज, लंदन के एक प्रोफेसर ने कहा कि यह कोई हैरान करने वाला मामला नहीं है।