लंदन । कहा जाता रहा है कि हम सभी तारों की धूल से बने हैं। हाल ही में हुए अध्ययन में यह बात सही साबित होती दिखती है। शोध ने दावा किया है कि हमारे शरीर की हड्डियों और दांतों में जितना भी कैलिश्यम मौजूद है। वह तारों से आया होगा। इससे पूरे ब्रह्माण्ड में बड़ी मात्रा में खनिज फैल गया होगा।अध्ययन के अनुसार पूरे ब्रह्माण्ड का आधा कैल्शियम उन सुपरनोवा से आया जिनमें कैल्शियम की मात्रा बहुत ज्यादा थी। रिपोर्ट के अनुसार शोध में कहा गया है कि वैज्ञानिकों के लिए यह कोई आसान काम नहीं होगा कि वे इस तरह की बहुत ही कम होने वाली घटनाओं का पता कर इन मूल स्रोतों का पता लगा सकें।
अध्ययन ने बताया है कि कैल्शियम समृद्ध सुपरनोवा वह सिकुड़ा हुआ तारा होता है जो अपने जीवनकाल के अंतिम समय में बाहरी परत पर गैसे छोड़ता है जब इस तारे में विस्फोट होता है तो पदार्थ के बाहरी परत के बिखरी सामग्री से टकराने से चमकीली एक्स किरणें निकलती है। विस्फोट की वजह से बहुत अधिक तापमान और दबाव के कारण रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती है जो कैल्शियम बनाती हैं। पिछले साल अप्रैल में जोएल शेफर्ड ने मेसियर 100 नाम की एक सर्पिल गैलेक्सी में एक चमकीला तीव्र प्रस्फोट हुआ। यह गैलेक्सी हमसे 5.5 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। रिपोर्ट के अनुसार इसके बाद इस प्रस्फोट के और इससे पैदा हुए एक्स रे विकिरणों के अवलोकन से वैज्ञानिकों को पता चला कि यह कैल्शियम समृद्ध सुपरनोवा है जो बहुत सारी नई और अनोखी जानकारी देने वाला साबित हो रहा है।
वैज्ञानिक ने बताया,कैल्शियम समृद्ध सुपरनोवा बनाने वाले तारे ने विस्फोट से कई महीने पहले बड़ी मात्रा में सामाग्री उत्सर्जित की थी। वहीं एक्सरे विस्फोट के इसी सामग्री के टकराने से पैदा हुईं। जिससे बहुत ऊर्जावान फोटोन का एक प्रस्फोट हुआ। इस वजह से पैदा हुई ऊष्मा और विस्फोट के दबाव ने रासायनिक प्रतिक्रिया का शुरू किया जिससे कैल्शियम बना। जब भी कोई तारा जलता है,तब हीलियम के साथ ही वह कुछ मात्रा में कैल्शियम भी छोड़ता है। लेकिन कैल्शियम समृद्ध सुपरनोवा कुछ सेंकेंड्स में ही विशाल मात्रा में कैल्शियम का बिखराव कर देता है। तारों में विस्फोट और विलय की घटनाओं के बारे में कहा जाता है कि इनसे बड़ी मात्रा में भारी धातुएं निकलती हैं जिसमें सोना और प्लैटिनियम भी शामिल हैं। लेकिन कैल्शियम का निर्माण वैज्ञानिकों के लिए अभी और शोध का विषय है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस घटना से पहले दुनिया के पास कैल्शियम समृद्ध सुपरनोवा के बारे में अप्रत्यक्ष जानकारी थी। लेकिन अब हमें यह जानने में काफी मदद मिली है कि ये सुपरनोवा क्या होते हैं और क्या नहीं। इस सुपरनोवा का प्रस्फोट ठंडा होने की कोशिश में बहुत सारी ऊर्जा निकालता है और कैल्शियम का उत्सर्जन ऐसा करने की कारगर तरीका है।