लंदन । पीएनबी धोखाधड़ी मामले में लंदन की एक अदालत ने वांछित भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी की न्यायिक हिरासत 27 अगस्त तक बढ़ा दी है। उल्लेखनीय है कि मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ करीब दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। इसे लेकर भारत में विभिन्न जांच एजेंसियों ने उनके खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। इस मामले में मोदी के सहयोगी मेहुल चौकसी भी भारत में वांछित हैं। नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित किए जाने के मामले को लेकर ब्रिटेन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई हुई। कोर्ट ने नीरव मोदी को 27 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया, वहीं अगली सुनवाई के लिए सितंबर की तारीख दी है। पिछले साल मार्च में गिरफ्तार होने के बाद वह लंदन की वांड्सवर्थ जेल में कैद हैं। वेस्टमिंस्टर मैजिस्ट्रेट के कोर्ट में जिला जज वैनेसा बैरेटर ने कहा कि आप फिर से विडियो लिंक के माध्यम से सुनवाई के लिए पेश होंगे। आपके वकील अदालत में उपस्थित हो सकते हैं।
ब्रिटेन में भी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अदालतों की कार्यवाही विडियोलिंक के माध्यम से ही की जा रही हैं। नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई के पहले चरण में मई में जिला न्यायाधीश सैम्युअल गूजी ने सुनवाई की थी और दूसरे चरण की सुनवाई सात से 11 सितम्बर के बीच होनी है। अगले महीने होने वाली सुनवाई में मोदी के खिलाफ प्रथम दृष्ट्या मामला तय करने के लिए जिरह पूरी होगी और भारतीय अधिकारी दूसरी बार प्रत्यर्पण का आग्रह करेंगे, जिसे इस वर्ष की शुरुआत में ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने मंजूर किया था।