कोरबा जिले के सुभाष ब्लॉक कालोनी निवासी मजहर खान को लेकर बनी अटकलें समाप्त हो गई। उसका शव जांजगीर चांपा जिले के नगरदा में मिला है। राताखार बांयी तट नहर में दुर्घटना के बाद युवक बहकर वहां तक जा पहुंचा। पुलिस ने मर्ग कायम किया है। दो युवकों की मौत से परिवार में सन्नाटा पसरा हुआ है।
सोमवार को अपने एक परिचित को विदा करने के लिए दोनों युवक कटघोरा के लिए रवाना हुए थे। वहां से वापसी के दौरान रात्रि को उनकी कार राताखार नहर रोड पर अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दोनों युवक मौके पर डूब गए। उनकी वापसी ना होने से परिजनों ने कई तरह के कयास लगाये। इस मामले में कोई जानकारी नहीं मिलने पर स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। आसपास से सीसीटीवी खंगालने के बाद संबंधित क्षेत्र में जांच पड़ताल का काम आपदा प्रबंधन की टीम के द्वारा किया गया। अगले दिन एक युवक आरिफ का शव राताखार नहर से बरामद कर लिया गया था। मौके से ही कार भी प्राप्त हुई जबकि दूसरे युवक का कोई पता नहीं चल सका। सर्च ऑपरेशन को शाम होने के बाद बंद करना पड़ा। इसके बाद से लापता दूसरे युवक की खोजबीन के लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास जारी रखे गए। परिणाम नहीं मिलने पर माना गया कि उसकी बरामदगी कहीं और हो सकती है।
इस बीच आज जांजगीर-चांपा जिले से खबर मिली कि नगरदा में कुछ लोगों ने बांयी तट नहर में एक युवक का शव देखा है। उसे पुलिस की मौजूदगी में निकाला गया। पहले से जारी फोटो और वीडियो के आधार पर पहचान करने में देर नहीं लगी। अंतिम रूप से स्पष्ट हो गया कि यह युवक वही है जो कार में सवार था और दुर्घटना के दौरान लापता हो गया। पुलिस ने शव बरामद होने के साथ 174 सीआरपीसी के अंतर्गत मर्ग कायम किया है। इस मामले में आगे की कार्यवाही की जा रही है। इधर युवक का शव मिलने की सूचना आम होने पर सुभाष ब्लॉक कालोनी ड्रिलिंग कैंप क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। चूंकि मृतकों के पिता एसईसीएल में कर्मचारी हैं इस नाते अधिकतम लोगों से उनका प्रत्यक्ष संबंध है। लोगों ने उनके निवास पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी।