ढाका । बांग्लादेश में इस्लामी चरमपंथी संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम के हजारों की समर्थकों ने हथियारों से लैस होकर हिंदुओं के गांव पर हमला बोल दिया और करीब 80 घरों को तबाह कर दिया। बताया जा रहा है कि एक युवक ने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा लगाने का विरोध करने पर इस कट्टरपंथी गुट के संयुक्त सचिव मौलाना मुफ्ती मामूनूल के भाषण की आलोचना की थी। युवक की फेसबुक पर मौलाना मामूनूल की आलोचना के बाद हजारों की संख्या में कट्टरपंथी मुस्लिमों ने बुधवार को शल्ला उपजिला के एक हिंदू गांव नौगांव में हमला कर दिया। हमलावरों की भीड़ हथियारों से लैस थी। यही नहीं इस इलाके में हिफाजत के नेता मंगलवार रात से ही प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि सोशल मीडिया पोस्ट में धार्मिक भावनाओं को भड़काया गया है। पूरे मामले को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने पहले ही युवक को अरेस्ट कर लिया है। इस बीच हिफाजत नेता मामूनूल हक के समर्थन में काशीपुर, नचनी, चांदीपुर और अन्य मुस्लिम बहुल गांवों के हजारों लोग सुबह नौ बजे नौगांव पहुंच गए और हिंदुओं के घरों पर हमला कर दिया। पुलिस ने बताया है कि इस हमले में 70 से 80 घरों में तोड़फोड़ की गई है।
हबीबपुर यूनियन के चेयरमैन विवेकानंद मजूमदार बाकुल ने कहा कि गांव के कई घरों पर हमला हुआ है। हमले के डर से कई हिंदू अपनी जान बचाने के लिए घर छोड़कर चले गए थे। इस अवसर का लाभ उठाते हुए हिफाजत के लोगों ने गांव में हमला किया और कई घरों को लूट लिया। सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिसबल मौके पर तैनात किया गया है। शल्ला पुलिस स्टेशन के अधिकारी नजमूल हक ने कहा कि मौके पर पुलिसबल को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि मामला अब शांत है और उपजिला चेयरमैन अल अमीन तथा अन्य प्रतिनिधियों ने इस पूरे मामले में मध्यस्थता की है। मौके पर आलाधिकारी भी पहुंचे हैं। हक ने कहा कि इस इलाके से भागे ज्यादातर लोग अपने घर लौट आए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी हिंदू युवक को अरेस्ट करके कानूनी कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।