न्यूयॉर्क। अमेरिका में पुलिस हिरासत में अश्वेत अमेरिकी शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद इन दिनों रंगभेद का मसला चरम पर है इसको लेकर अमेरिका समेत दुनियाभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं एक और अश्वेत 'फ्लॉयड' सुरक्षाकर्मियों की बेरहमी का शिकार हुआ है। न्यूयॉर्क शहर की एक फेडरल जेल में बुधवार को अधिकारियों ने एक कैदी पर पेपर (काली मिर्च) स्प्रे छिड़क दिया जिससे उसकी मौत हो गई। ब्यूरो ऑफ प्रिजन ने यह जानकारी दी। एजेंसी ने बताया कि अधिकारियों ने कहा ब्रुकलिन के मेट्रोपॉलिटन निरोधक केंद्र में अक्टूबर 2019 से जैमल फ्लॉयड बंद था। बुधवार को उसने अपनी सेल में बैरिकेड लगा लिया और लोहे की रॉड से जेल के दरवाजे की खिड़की को तोड़ने लगा। जेल अधिकारियों ने 35 वर्षीय अश्वेत कैदी जैमल फ्लॉयड पर काबू पाने के लिए पेपर स्प्रे कर दिया।
एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘वह अपने और दूसरों के लिए हानिकारक हो गया था। इसलिए उस पर पेपर स्प्रे छिड़ककर जेल से निकाला गया।' हालांकि पेपर स्प्रे के छिड़काव से उसकी हालत बिगड़ने लगी और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। फ्लॉयड की मां ने कहा कि उनका बेटा अस्थमा और मधुमेह से पीड़ित था और जेल के अधिकारियों को उसके स्वास्थ्य के बारे में पता था। अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पहले ही देश में हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन हिंसक प्रदर्शनों को घरेलू आतंकवाद करार दिया है। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों की आग अमेरिका के 140 शहरों तक पहुंच गई। इसे देश में पिछले कई दशकों में सबसे खराब नागरिक अशांति माना जा रहा है।