बिलासपुर-5 मार्च को छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ द्वारा रायपुर स्थित बूढ़ा तालाब में विशाल धरना एवं रैली प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि गत दिनों छत्तीसगढ़ विधानसभा में 1 मार्च को मुख्यमंत्री बघेल द्वारा जो बजट पेश किया गया वह प्रदेश के लगभग एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं के लिए अत्यंत निराशाजनक रहा। बजट में उनकी पूर्ण रूप से उपेक्षा की गई है। ज्ञात हो सरकार के दो वर्ष पूरा होने के बाद भी अपने चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी व मुख्यमंत्री द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नर्सरी शिक्षक के पद पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर वेतन देने का जो वादा बढ़-चढ़कर किया गया था ।बजट में उसका कोई भी ध्यान रखा नहीं गया । और न ही कोई वादा भी निभाया गया।
उक्त निराशा और आक्रोश व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की प्रदेश कोषाध्यक्ष श्रीमती सुनीता सिंह ने सरकार को याद दिलाते हुए कहा कि विगत 6 माह से हम अपने विभिन्न शाखाओं के माध्यम से मुख्यमंत्री व महिला बाल विकास मंत्री और अन्य मंत्री व विधायकों को समय-समय पर ज्ञापन सौंपकर ध्यानाकर्षण का ज्ञापन दिया गया ।उसके बावजूद भी बजट में हमारे लिए कोई भी प्रावधान नहीं रखा जाना यह सरासर महिला सशक्तिकरण के विपरीत है। संघ द्वारा इस संबंध में अपना आक्रोश प्रदर्शन करने और उस पर महामहिम राज्यपाल महोदया से आग्रह करने हेतु आगामी 5 मार्च 2021 को राजधानी रायपुर बूढ़ा तालाब में भारी संख्या में प्रदेश भर के सभी जिले से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका पहुंच कर धरना देंगी। और धरने के साथ “आग्रह रैली राजभवन चलो” के आयोजन के तहत प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से भेंट कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम अनुशंसा सहित पत्र प्रेषित करेगा। और राज्यस्तरीय मांगों को अनुपूरक बजट में सम्मिलित करने का आग्रह करेगा।इसके बावजूद अगर सरकार हमारी मांगों को अनसुना करती है तो फिर आगामी दिनों में संघर्ष को और तेज कर दिया जाएगा।
संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सरिता पाठक प्रांतीय सचिव सुमन यादव और प्रांतीय संयोजक देवेंद्र पटेल प्रांतीय संरक्षक पी आर कौशिक व संभागीय संरक्षक आरपी शर्मा संभागीय संयोजक चंद शेखर पांडे ने संयुक्त रूप से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश के सभी कार्यकर्ता व सहायिका बहनों से विनम्र अपील की है कि हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है संघ द्वारा लगातार संघर्ष जारी रखा गया है और आंशिक सफलता भी मिलती रही है। चूंकि संघर्ष को और तेज करके हम अपने मंजिल को पाने का संघर्ष और तेज करेंगे इसलिए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार धरना व प्रदर्शन रैली में आप सभी अधिक से अधिक संख्या में 5 मार्च को बूढ़ा तालाब रायपुर पहुंचकर प्रांतीय धरना रैली को सफल करें।