वाशिंगटन । अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पर लगाई गई 11 दिनों की रोक हटा ली है। वैज्ञानिक सलाहकारों ने पाया कि इस वैक्सीन के फायदे अधिक हैं जबकि खतरे उनकी तुलना में बहुत कम। इसके बाद रोक हटाने का फैसला किया गया है।
सरकार ने इस टीके के 80 लाख लाभार्थियों में से 15 ऐसे लोगों का पता लगाया है, जिनमें खून के थक्के जमने की दुर्लभ स्थिति उत्पन्न हो गई। ये सभी महिलाएं थी, जिनकी उम्र 50 साल से कम थी। इनमें से तीन की मौत हो गई और सात को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
लेकिन अंतत: शुक्रवार को, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) और रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (सीडीसी) ने फैसला किया कि जॉनसन एंड जॉनसन का एक खुराक वाला टीका वैश्विक महामारी से लड़ने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि खून के थक्के जमने के इस छोटे से खतरे को चेतावनी देने के साथ ही लगाना चाहिए, ताकि कम उम्र की महिलाएं फैसला ले सकें कि उन्हें यह टीका लगवाना है या कोई और विकल्प चुनना है।
सीडीसी के निदेशक डॉ रोशेल वालेंस्की ने कहा कि स्वास्थ्य और सुरक्षा सबसे पहले है। यही वजह है हमारे फैसले में इसे सर्वोपरि रखा गया है। उन्होंने कहा हमारी टीका सुरक्षा प्रणाली काम कर रही है। हमने जे एंड जे टीके की लाखों खुराकों में से बेहद दुर्लभ घटनाएं देखी हैं। लगातार उन पर नजर रख रहे हैं। अमेरिका का यह फैसला सीडीसी सलाहकारों के निष्कर्षों पर आया है, जिन्होंने टीकाकरण फिर से शुरू करने के पक्ष में 10 मत डाले, लेकिन विशेषज्ञों ने जोखिम की चेतावनी जारी करने को कहा है।