वॉशिंगटन । अमेरिका ने चीन के पश्चिमी प्रांत शिनजियांग में मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वाली 11 चीनी कंपनियों के एक समूह पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिकी वाणिज्य मंत्रालय ने इन सभी कंपनियों को काली सूची में डाल दिया है। इस तरह करीब 50 चीनी संस्थाएं इस सूची में शामिल हो गई हैं जिन्हें अमेरिकी प्रौद्योगिकी व अन्य वस्तुओं तक पहुंच बनाने से रोक दिया गया है।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, ये कंपनियां अपने उत्पाद तैयार करने के लिए क्षेत्र के 10 लाख उइगर मुसमलानों का जमकर शोषण करती हैं। इनमें से कई टेक्सटाइल कंपनियां हैं जबकि दो कंपनियों ने उइगरों पर अपने उत्पादों का परीक्षण भी किया है। काली सूची में डाली गई ये कंपनियां अब अमेरिकी सरकार की अनुमति के बिना देश से कोई कलपुर्जा तक नहीं खरीद सकेंगी। वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने कहा, बीजिंग सक्रिय रूप से अपने नागरिकों को दबाने के लिए जबरन श्रम, अपमानजनक डीएनए संग्रह और विश्लेषण योजनाओं की निंदनीय प्रथा को बढ़ावा देता रहा है। यह कार्रवाई सुनिश्चित करेगी कि हमारे माल और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल चीन में मुस्लिम अल्पसंख्यक आबादी के खिलाफ अपमानजनक हमले में न हो। बता दें कि शिनजियांग में उइगरों से धार्मिक, सांस्कृतिक व आर्थिक भेदभाव के आरोप लगते रहे हैं। ये तीसरी बार है जब अमेरिका ने चीनी कंपनियों को काली सूची में डाला है। इससे पहले दो बार 37 चीनी कंपनियों पर कार्रवाई हुई है। काली सूची में डाली गई मौजूदा कंपनियों में केटीके शामिल है जो हाइस्पीड ट्रेनों के लिए उत्पाद बनाती है। तानयुआन टेक्नोलॉजी विद्युत उपकरण बनाती है जबकि चांगजी इस्क्वेल एक टेक्सटाइल कंपनी है। बालों के उत्पाद बनाने वाली हेतियन हाओलिन कंपनी पर उइगरों से जबरन काम लेने का आरोप पहले से है।