बुधवार को जिनेवा में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक हुई, जो चार घंटे तक चली। बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी मौजूद थे। वार्ता से पहले दोनों ही नेताओं को एक-दूसरे को महाशक्ति बताया। हालांकि बाइडेन ने बैठक के बाद मीडिया से बात नहीं की। वे मीडिया को हाथ दिखाकर चले गए। बाद में उन्होंने कहा कि यह बातचीत आपसी भरोसे के बारे में नहीं है। बल्कि, यह अपने अपने हित का मामला है। फिलहाल मैं भरोसा करता हूं। आगे देखते हैं क्या होता है।
मैंने उन्हें बताया कि हमारे पास महत्वपूर्ण सायबर क्षमता है और वो यह जानते हैं। अगर, वे इन बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करते हैं, तो हम जवाब देंगे। बाइडेन ने कहा कि मानवाधिकार उल्लंधन के मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वहीं दूसरी ओर, वार्ता के बाद पुतिन ने मीडिया से बातचीत की।
उन्होंने कहा, ‘हम नहीं मानते कि दोनों देशों के बीच कोई शत्रुता है। दोनों देश अपने-अपने देशों से निष्कासित किए गए राजनयिकों को वापस बुलाने पर राजी हुए हैं।’ पुतिन ने कहा, ‘रूस ने सायबर हमले के मुद्दे पर अमेरिका को विस्तृत जानकारी दी है। लेकिन अमेरिका ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया है।
दोनों देश सायबर सुरक्षा पर बात करने के लिए सहमत हैं।’ पुतिन ने बाइडेन को अनुभवी राजनेता बताया। उन्होंने कहा, ‘बाइडेन पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से बहुत अलग हैं।’ पुतिन से जेल में बंद उनके विरोधी एलेक्सी नवेलनी के बारे में पूछा गया। इस पर पुतिन ने कहा कि घटना की निष्पक्ष रिपोर्टिंग नहीं हुई।’ पुतिन ने यह भी बताया कि दोनों पक्षों ने यूक्रेन के नाटो गठबंधन में लौटने पर चर्चा की है।