वॉशिंगटन । रिश्तों में कड़वाहट के बीच अमेरिका और चीन आज बातचीत की टेबल पर होंगे। यह मीटिंग अलास्का के एंकरेज में होगी। इसमें अमेरिका की ओर से विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जैक सुलीवान अपने उनके चीनी काउंटरपार्ट से बात करेंगे। बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन की चीन से यह पहली बातचीत है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में दोनों देशों के संबंध काफी बिगड़ गए थे। ऐसे में रिश्तों को दोबारा ट्रैक पर लाने में यह बैठक अहम साबित हो सकती है। हालांकि, मीटिंग से पहले अमेरिका ने सख्त रुख दिखाने के संकेत दिए हैं। उसने कहा है कि वह चीन से उइगरों पर अत्याचार, ताइवान, तिब्बत, हांगकांग में चीन के दखल और दक्षिण चीन सागर जैसे मुद्दों पर स्थिति साफ करने के लिए कहेगा। अमेरिका के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि इस बैठक से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इसमें कोई समझौता करने के बजाय प्राथमिकताओं और मतभेदों पर चर्चा पर ज्यादा जोर रहेगा। हमें लगता है कि बातचीत के कुछ हिस्से मुश्किल हो सकते हैं। वहीं, व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने मंगलवार को कहा कि कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर राष्ट्रपति जो बाइडेन आवाज उठाने से पीछे नहीं हट सकते। इनमें ह्यूमन राइट्स, इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी से जुड़े मसले शामिल हैं।