काहिरा । मिस्र की स्वेज नहर में 6 दिन तक फंसे कार्गो शिप एवर गिवन पर स्थानीय अथॉरिटी ने 7500 करोड़ रुपए से ज्यादा का भारी भरकम जुर्माना लगाया है। इस जहाज के 23 मार्च से 29 मार्च के बीच नहर में फंसे होने से यह रूट जाम हो गया था। इससे करीब 150 अन्य जहाजों की आवाजाही रुक गई थी। इससे केवल ट्रांजिट फीस के तौर पर स्वेज कैनाल अथॉरिटी को 95 मिलियन डॉलर (714 करोड़ रुपए) से ज्यादा का नुकसान हुआ। अब सरकार ने जहाज को जब्त कर लिया है। मिस्र की सरकार ने यह कदम स्वेज कैनाल अथॉरिटी की अपील पर इस्लामिया शहर की अदालत की तरफ से जारी आदेश के बाद उठाया है। जहाज के फंसने की वजह से नहर में यातायात बंद हो गया था, जिस वजह से शिप को हर घंटे लगभग 400 मिलियन डॉलर यानी करीब 3 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा था। 6 दिन फंसा यानी 144 घंटे। इस हिसाब से जहाज को कुल 4 लाख 32 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
एक अरब डॉलर का मुआवजा मांगा गया
स्वेज कैनाल अथॉरिटी ने दुनिया के सबसे अहम जलमार्ग को हुए नुकसान और कारोबारी घाटे की भरपाई के लिए लगभग एक अरब डॉलर (7500 करोड़ रुपए से ज्यादा) का मुआवजा मांगा है। मुआवजे की मांग के साथ जहाज को जब्त कर लिए जाने से जापानी मालिक पर मिस्र के अधिकारियों के साथ बातचीत से मसला हल करने का दबाव बढ़ गया है।