वाशिंगटन । प्रवासी छात्रों पर केंद्रित एक रिपोर्ट के हवाले से पता चला है कि अमेरिका में 2019 में पढ़ रहे विदेशी छात्रों में से 48 प्रतिशत चीनी और भारतीय विद्यार्थी थे। एक सरकारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अमेरिका में प्रवासी छात्रों पर ‘स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम’ (एसईवीपी) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय गैर-प्रवासी छात्रों और एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत आने वाले विद्यार्थियों पर जानकारी रखने वाली वेब आधारित प्रणाली सेविस के रिकॉर्ड के अनुसार 2019 में एफ-1 और एम-1 वीजा वाले विदेशी छात्रों की संख्या 15.2 लाख थी। इसमें 2018 से 1.7 प्रतिशत की कमी आई। एफ-1 वीजा अमेरिका के किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में किसी अकादमिक कार्यक्रम या अंग्रेजी भाषा के कार्यक्रम में भाग ले रहे अंतरराष्ट्रीय छात्रों को जारी किया जाता है, वहीं एम-1 वीजा व्यावसायिक संस्थानों तथा तकनीकी संस्थानों में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के लिए होता है। रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में अमेरिका में कुल 7,33,718 या 48 प्रतिशत छात्र चीन और भारत के थे। इनमें चीन के 4,74,479 और भारत के 2,49,221 छात्र थे।