पेइचिंग । पडोसी देश चीन में 1.46 लाख साल पुरानी मानव खोपड़ी मिली है।इस खोपड़ी इंसानों के विकास की पूरी कहानी को बदल सकती है। इस जीवाश्म के अनैलेसिस से इंसानों के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा जा सकता है। यह ऐसे समूह की ओर इशारा करता है जिसके बारे में ज्यादा जानकारी तो नहीं है लेकिन जिसे आधुनिक इंसानों से निएंडरदल के मुकाबले ज्यादा करीब माना जाता है। इस खास जीवाश्म को चीनी रिसर्चर्स ने होमो लांगी या ड्रेगन मैन नाम दिया है।
लंदन में नैचरल हिस्ट्री म्यूजियम में रिसर्च लीडर प्रफेसर क्रिस स्ट्रिंगर का कहना है कि यह पिछले 50 साल की सबसे बड़ी खोज है। माना जा रहा है कि यह खोपड़ी 1933 में चीनी मजदूरों को मिली था जो हार्बिन प्रांत में सॉन्गुआ नदी पर एक पुल बना रहे थे। खोपड़ी को जापानियों के हाथ लगने से बचाने के लिए एक कुएं में छिपा दिया गया और इसे 2018 में खोजा गया। इसे छिपाने वाले शख्स ने मरने से पहले पोते को इसके बारे में बताया था।चीन की जियो यूनिवर्सिटी में प्रफेसर कियान्ग जी ने जियोकेमिकल तकनीक की मदद से आकलन किया कि यह 1.46 लाख पुरानी रही होगी। इसमें कई प्राचीन और नए फीचर्स थे। इसे होमो स्पाइन्स से मिलता-जुलता पाया गया। यह आधुनिक इंसानों से काफी बड़ी है।
एक सॉफ्टवेयर की मदद से पाया गया कि यह खोपड़ी एक नई कैटिगिरी की है जो निएंडरदल की अपेक्षा आधुनिक इंसानों से ज्यादा करीब है। चीनी रिसर्चर्स इसे अलग प्रजाति मानते हैं लेकिन दूसरे इससे फिलहाल सहमत नहीं हैं। रिसर्चर्स का मानना है कि यह 50 साल के पुरुष की रही होगी जिसकी नाक चौड़ी रही होगी। इस शख्स को विशाल शरीर वाला माना गया है जिसे सर्दियों में भी क्षेत्र में दिक्कत नहीं होती होगी।