दुबई । भारत और पाकिस्तान से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए उड़ानों की शुरुआत कर दी है। इसके साथ ही यूएई में फंसे के भारतीय कामगारों की वापसी का क्रम भी शुरू हो गया है। विमान सेवाओं ने पिछले दिनों यूएई के हवाई किराए में भारी बढ़ोतरी कर दी है। इसकी वजह से यात्रियों को ज्यादा किराया भुगतान करना पड़ रहा है।
ट्रैवल एजेंटों का कहना है कि उड़ानों के दोबारा शुरू होने की घोषणा के बाद से भारत और पाकिस्तान से यूएई के लिए सभी मार्गों पर टिकट की कीमतों में कम से कम 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है। कोचीन, केरल से दुबई, यूएई के लिए नॉन स्टॉप, वन-वे, इकोनॉमी टिकट, जिसकी कीमत आमतौर पर 700-850 दिरहम थी, अब इसके दाम 1,050-1100 दिरहम तक जा पहुंचे हैं। इसी तरह इकोनॉमी क्लास के लिए हवाई किराया, मुंबई से दुबई के बीच 1,300 दिरहम से ज्यादा हो चुका है। यह 12 अगस्त और उसके बाद शुरू होने वाले हफ्ते के लिए अस्थाई किराया है। जिन यात्रियों ने 10 अगस्त से पहले अपने टिकट बुक किए हैं, उन्हें और ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े हैं।
दुबई की रहने वाली श्रुति के. ने कहा कि उन्होंने 9 अगस्त को मुंबई से यूएई के लिए उड़ान भरी जिसके लिए उन्हें 6,500 रुपए खर्च किए। इसी तरह पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों से उड़ानों के लिए हवाई किराए में बढ़ोत्तरी हुई है। इस्लामाबाद से दुबई तक एक इकोनॉमी क्लास टिकट, नॉन-स्टॉप, के दाम 2,300 दिरहम या इससे ज्यादा हैं। इस साल नवंबर में यात्रा के लिए इसी टिकट के दाम करीब 800 दिरहम हैं। इसमें करीब 180 फीसदी का अंतर है।
कराची से दुबई के लिए एक इकोनॉमी-क्लास का टिकट, जो सामान्य रूप से 600 से 650 दिरहम में बेचा जाता था, अब उसके दाम 1,200 और उससे भी ज्यादा हो गए हैं। टिकट के दाम में यह इजाफा दोगुना तक हुआ है। टिकट की कीमतों में इतनी बड़ी बढ़ोत्तरी भारत और पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों को यूएई से जोड़ने वाले मार्गों पर यात्रियों की बड़ी संख्या की ओर इशारा करती है।