छिंदवाड़ा जबलपुर । अमरवाड़ा थाना अंतर्गत ग्राम जुंगावाड़ा में करीब एक सप्ताह पूर्व मछली व्यवसायी की मौत की गुत्थी ð सुलझाकर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। जांच में सामने आया है कि पत्नी ने ही अपने प्रेमी के संग मिलकर योजना बनाकर पति की डंडा मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में अमरवाड़ा टीआई राजेन्द्र सिंह मर्सकोले ने बताया कि ग्राम जुंगावाड़ा निवासी सुरेश पिता जिठुआ कहार (45) मछली बेचने का व्यवसाय करता था। मंगलवार 22 दिसम्बर की शाम अपने घर से मछली मारने जाने कहकर निकला था। दूसरे दिन 23 दिसम्बर को उसका शव ठेल नदी के जाने वाले रास्ते पर मिला था। जिसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए थे। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत होने से पुलिस ने मृतक के शव को पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी डॉक्टर द्वारा स्पष्ट ओपीनियन न दे पाने से उसकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका था। इस बीच पुलिस की सघन जांच पड़ताल के बाद मुखबिर से सूचना मिली कि मृतक की पत्नी दशोदा कहार का ग्राम के ही धनीराम पिता बुद्धु यादव के बीच दो-तीन वर्षो से प्रेम संबंध हो गए थे। इस बात को लेकर पति सुरेश कहार का पत्नी से कई बार विवाद भी होता था। टीआई ने बताया कि 21 दिसम्बर को पति सुरेश ने दोनों को आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया था। इस बात को लेकर भी जमकर विवाद हुआ और पत्नी ने अपने प्रेमी धनीराम यादव के साथ मिलकर पति की हत्या की योजना बनाई। योजना के मुताबिक जब पत्नी इसी शाम मछली मारने नदी की तरफ गया, तभी धनीराम भी वहां पहुंचा और अंधेरा का फायदा उठाते हुए उस पर पीछे से लाठी से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर दोनों को बुलाकर अलग-अलग पूछताछ की। लगातार पूछताछ में दोनों आरोपी टूट गए और उन्होंने सुरेश कहार की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने दशोदा पति सुरेश कहार(35) निवासी जुंगावाड़ा और उसके प्रेमी धनीराम पिता बुद्धु यादव (40) निवासी जुंगावाड़ा आमाटोला को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया। यहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
टीम होगी पुरस्कृत
अमरवाड़ा के जुंगावाड़ा में हुए इस अंधेहत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल टीआई राजेन्द्र सिंह मर्सकोले, उनि भारती मसराम, अभिषेक प्यासी, एएसआई ओपी सनोड़िया, महेन्द्र मिश्रा, प्रआ सतीश शर्मा, रजनीश सोनी, आरक्षक गोपाल, आशीष, कन्हैया, अभिषेक, मआ चंदा और अम्रता की भूमिका सराहनीय रही। पुलिस कप्तान ने पूरी टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।