जिनेवा। एक ओर जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के वैक्सीन के बनने का इंतजार कर रही है तो वहीं दूसरी ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक चीफ मेडिकल ऑफिसर के द्वारा बयान आया है जिसने दुनिया की उम्मीदों को तोड़ दिया है। डब्ल्यूएचओ के मेडिकल ऑफिसर ने बताया है कि कोरोना वायरस की कोई भी वैक्सीन नहीं बनने वाली है। अब उम्मीद यहां तक जताई जा रही है कि आने वाले समय में भी हमें इस वायरस के साथ ही जीने की आदत डालनी पड़ेगी। लगातार हमें किसी ना किसी स्वास्थ्य संगठन या फिर मेडिकल इंस्टिट्यूट के जरिए इस बारे में जानकारी मिल रही है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार हो चुकी है, बस उसका ह्यूमन ट्रायल बाकी है। वैज्ञानिकों के इस दावे की मेहनत कितनी कारगर साबित हो सकती है यह तो आने वाले वक्त में ही पता लग पाएगा।
अगले कुछ सालों में सफलता संभव
हालांकि, उन्होंने उम्मीद भी जताई है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन बन भी सकती है लेकिन उसमें बहुत लंबा समय लगेगा। उनका मानना है कि अगर फिलहाल के प्रयासों को देखा जाए तो यह काफी हद तक नामुमकिन सा दिख रहा है कि कोरोना वायरस की कोई भी वैक्सीन प्रभावी रूप से पूरी दुनिया के लोगों पर कार्य करने में सक्षम होगी। आयरलैंड के डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ के डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ रोनन ग्लिन का भी ऐसा ही बयान आया है, हम फिलहाल आने वाले लंबे समय तक कोरोना वायरस के साथ ही जीने वाले हैं और यह कब तक चलेगा, यह कहना मुश्किल है।