ईडी और सीबीआई भ्रष्टाचार के मामलों में राजनेताओं पर ही कार्रवाई कर रही है लेकिन नौकरशाह बच निकलते हैं, जबकि कमल नाथ सरकार के कार्यकाल में चुनाव के लिए काला धन जुटाने पर चुनाव आयोग ने भ्रष्ट अधिकारियों को भी शिकंजे में लेने की सिफारिश की है? इस सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने चुनाव आयोग की सिफारिश को पूरी तरह से उचित बताते हुए कहा कि जिसने भी भ्रष्टाचार किया, मोदी सरकार में वह बच नहीं सका है।
सभी भ्रष्टाचारियों पर तेजी से कार्रवाई हो रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल की सरकार में भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई की गति और तेज होगी। उन्होंने जनधन खाते का उदाहरण देते हुए समझाया कि अब हितग्राहियों को सीधे बैंक खातों में पूरा पैसा मिलने से दलाल और बिचौलियों की बीच की कड़ी ही खत्म हो चुकी है। डीबीटी पारदर्शिता का सबसे बड़ा उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रस्तुत है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से बातचीत के प्रमुख अंश-
- मध्य प्रदेश में यह ऐतिहासिक उपलब्धि है। भाजपा राष्ट्रवाद का समुद्र है, इसमें वही गोता लगाएगा जिसमें राष्ट्रवाद के साथ देश की सेवा करने की ललक होगी। मोदी सरकार के कामों से प्रभावित होकर लोग भाजपा में आ रहे हैं। वह जानते हैं कि देश के लिए कुछ करना है, तो मोदी के नेतृत्व में भाजपा में ही इसकी संभावना है। कांग्रेस छोड़कर आने वाले कहते हैं कि वहां घुटन होती थी, हमारे आराध्य श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण कांग्रेस ने ठुकरा कर हमारे आराध्य का अपमान किया है। वहां हम खुलकर जय श्रीराम भी नहीं कह सकते थे।
- कोई पार्टी क्यों छोड़ रहा है, इसकी समीक्षा तो कांग्रेस को करनी चाहिए। भाजपा में कोई भी बिना अपेक्षा के शामिल हो रहा है। कांग्रेस की सरकार में वल्लभ भवन भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। ईडी सीबीआई जैसी एजेंसियां अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रही हैं।
- इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। हम देखें तो जबलपुर जैसे लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटिंग कम हुई है, कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा है, उत्साह की कमी है, उन्हें अपना भविष्य नहीं दिखाई देता, ऐसे में कम वोटिंग होना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि भाजपा में नए साथियों के आने से उत्साह बढ़ा है। हम कम वोटिंग की समीक्षा कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं को भी उत्साहित किया जा रहा है। शादी का सीजन है, गर्मी का भी असर है।
- इस पर मंथन की जरूरत है। अमित शाह कहते हैं कि कम वोटिंग के बीच यदि कोई 15 प्रतिशत वोट के साथ जीतकर आता है, तो वह व्यावहारिक नहीं है। 51 प्रतिशत वोट से यह स्पष्ट है कि जनता ने भरपूर जनादेश दिया है इसलिए भाजपा के 51 प्रतिशत वोट शेयर के प्रति गंभीर है।
- भाजपा में कोई कार्यकर्ता कभी अपने लिए कुछ भी चुन नहीं सकता, उसकी जिम्मेदारी उसकी क्षमता के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व ही तय करता है। उन्होंने इसे प्रमाणित करने के लिए मुख्यमंत्री डा मोहन यादव का नाम लिया और कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें जो दायित्व सौंपा है, उस पर वह पूरी तरह खरे उतरे हैं। मुख्यमंत्री यादव की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वह पहले दिन से अथक परिश्रम कर रहे हैं, केंद्र की भावना के अनुसार काम कर रहे हैं। बहुत ही कम समय में मोहन यादव ने मुख्यमंत्री के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई है। वह नई सोच के साथ नया करने का प्रयास कर रहे हैं।
- शिवराज सिंह चौहान लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं, उन्होंने बेहतर काम किया है, वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उनका बड़ा अनुभव है। उनका ज्यादा बेहतर उपयोग कैसे हो सकता है, यह केंद्रीय नेतृत्व ही तय करेगा।