नई दिल्ली । एनसीएलटी बुधवार को अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसकी सहायक कंपनियों की समाधान योजना पर सुनवाई करेगी। आरकॉम के लेंडरों ने यूवी एसेट रिजॉल्यूशन (यूवीएआरसीएल) और जियो की समाधान योजनाओं को मंजूरी दी है। इन दोनों ही कंपनियों को आरकॉम की एसेट्स को खरीदने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। इसी बीच दिल्ली की एक कंपनी यूवीएआरसीएल कंपनी टेलिकॉम एसेट्स के लिए लगाई जाने वाली बोली में सामने आई है।
यूवीएआरसीएल ने आरकॉम और उसकी सहायक कंपनी रिलायंस टेलिकॉम को खरीदने के लिए 16000 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। इन कंपनियों के पास स्पेक्ट्रम और डेटा सेंटर है। दूसरी ओर रिलायंस इन्फ्राटेल अनिल अंबानी के बड़े भाई मुकेश अंबानी की कंपनी जियो को झोली में जा सकती है। यह सौदा 20 हजार से 23 हजार करोड़ रुपये का हो सकता है। यूवीएआरसीएल दिल्ली की एक एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (एआरसी) है जो दिवालिया हो चुकी टेलिकॉम कंपनियों को खरीदती है। इसी साल कंपनी को एयरसेल के एसेट्स के अधिग्रहण के लिए एनसीएलटी से मंजूरी मिली थी। इसकी स्थापना 2007 में हुई थी और यह बुक बिल्डिंग के हिसाब से देश की 10 टॉप एआरसी में शामिल है।