न्यूयार्क । अमेरिकी सांसद टॉम कॉटन ने कोरोना की उत्पति व इसके प्रसार को लेकर चीन पर झूठ बोलने और तथ्यों को छिपाने का आरोप लगाया है।टॉम कॉटन ने आरोप लगाया है कि बीजिंग शुरुआत से ही कोरोना महामारी से जुड़े तथ्यों को मिटाने की कोशिश में लगा हुआ है। सांसद टॉम कॉटन ने कहा कि जिन लोगों ने इसके खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की उन साक्ष्य और गवाहों को गायब कर दिया गया या उन्हें मार दिया गया है।कॉटन का कहना है कि इस महामारी के बारे में निश्चित उत्तर मिले की संभावना बहुत कम रह गई है।
सांसद कॉटन ने डब्ल्यूएचओ के निदेशक को आड़े हाथों लेकर कहा कि वहां काफी वक्त तक कोविड-19 को महामारी के होने की बात से इंकार करते रहे है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के निदेशक ने जिस लापरवाही के साथ महामारी की शुरुआत में काम किया और दुनिया को इसके खतरे से अंजान रखा इससे साफ जाहिर होता है कि निदेशक शुरू से ही चीन के कहने के अनुसार ही बात कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि डब्ल्यूएचओ ने वुहान एक नकली दल को जांच के लिए भेजा था।कॉटन चीन के खिलाफ कदम नहीं उठाने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपतिद जो बाइडेन पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि हम बहुत कुछ कर सकते थे और हम कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के लोगों ने जो बाइडेन और कांग्रेस के सदस्य को इसलिए चुना ताकि वो बेहतर फैसला लें लेकिन, ऐसा होता दिखा नहीं रहा है।