अबू धाबी । संयुक्त अरब अमीरात जाकर काम करने के इच्छुक भारतीयों के लिए अच्छी खबर है। यूएई ने एक नए तरह का वीजा देना शुरू किया है, जिसे ग्रीन वीजा का नाम दिया गया है। यह किसी नियोक्ता की ओर से स्पॉन्सर किए बिना प्रवासियों को यूएई में काम के लिए आवेदन करने की अनुमति देता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस वीजा के दायरे में प्रवासी कामगार के साथ उसका परिवार भी आएगा। यह कदम निवेशकों और बेहद कुशल श्रमिकों के साथ-साथ छात्रों और ग्रेजुएट्स को टारगेट करने के लिए उठाया गया है। ग्रीन वीजा धारक की परमिट पर उसके माता-पिता और 25 साल की उम्र तक के बच्चे भी यूएई की यात्रा कर पाएंगे। दावा किया जा रहा है कि यह कदम प्रतिभाओं को आकर्षित करने और देश के विकास को बढ़ावा देने के लिए उठाए जा रहे हैं।
यूएई सरकार अपनी नौकरी खो चुके लोगों को 6 महीने तक यूएई में रहने की अनुमति देगी जो एक प्रोत्साहन है क्योंकि ज्यादातर वीजा का संबंध रोजगार से है। इससे 15 साल से अधिक उम्र के अस्थायी श्रमिकों को काम पर रखा जा सकेगा और रोजगार के बाजार में छाई मंदी को दूर किया जा सकेगा। विदेशी निवासी यूएई की आबादी का 80 फीसदी हिस्सा हैं और पिछले कुछ दशकों से देश की अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे रहे हैं।
विदेशी नागरिक निजी क्षेत्र में काम करते हैं और यूएई में संपत्ति खरीदकर या दुनिया के कुछ सबसे बड़े मॉल में खरीदारी करके देश की अर्थव्यवस्था में योगदान करते हैं। यूएई के अधिकारियों ने 30 अगस्त से सभी वैक्सीन लगवा चुके पर्यटकों को टूरिस्ट वीजा फिर से देने की घोषणा की थी। बड़ी संख्या में लोग छुट्टियां मनाने के लिए यूएई की यात्रा कर रहे हैं। भारत से यूएई हवाई रूट पर यात्रा के लिए आवेदकों की संख्या और हवाई किराए में आश्चर्यजनक इजाफा हुआ है।