नई दिल्ली: मंगलवार को दिन निवेशकों के लिए अच्छा रहा। शेयर मार्केट में दो शेयर अपने इश्यू प्राइस से 90% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए। इनमें वीवीआईपी इन्फ्राटेक का शेयर बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म और वीएल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स का शेयर एनएसई एसएमई पर लिस्ट हुआ। वीवीआईपी इन्फ्राटेक के शेयर मंगलमंवार को बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर 90% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ। इसका इश्यू प्राइस 93 रुपये था और यह 176.7 रुपये पर लिस्ट हुआ। कंपनी का आईपीओ 200 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। इसमें 65.82 लाख शेयरों की ताजा इक्विटी बिक्री शामिल थी। कंपनी का कहना है कि वह इस राशि का इस्तेमाल अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने, कैपिटल एक्सपेंडीचर और सामान्य कॉर्पोरेट कामों के लिए करेगी।वीवीआईपी इन्फ्राटेक एक क्लास ए सिविल और इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रेक्टर है। कंपनी सीवर, सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर टैंक, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, सेक्टर डेवलपमेंट वर्क, इलेक्ट्रिकल डिस्ट्रीब्यूशन और 33 केवीए तक के सबस्टेशन जैसी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निर्माण के कारोबार में लगी है। इसका कामकाज मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, एनसीआर दिल्ली और देश के दूसरे उत्तरी राज्यों में है। जनवरी 2024 तक कंपनी के पास 477.62 करोड़ रुपये की ऑर्डर हैं। इसमें 126.19 करोड़ रुपये की ऑपरेशन एंड मेंटनेंस ऑर्डर शामिल है। इसके अलावा, कंपनी ने उत्तराखंड के रुड़की में निविदाओं के लिए 182 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई हैं, जिन्हें खोलने की प्रक्रिया चल रही है। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए, कंपनी ने कुल 216 करोड़ रुपये का राजस्व और 17.78 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।
वीएल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स
इस बीच वीएल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स के शेयर मंगलवार को एनएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर 90% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए। इसका इश्यू प्राइस 42 रुपये था और यह 79.8 रुपये पर लिस्ट हुआ। कंपनी के आईपीओ को 600 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। यह पूरी तरह से 44.1 लाख शेयरों की एक नई इक्विटी बिक्री थी। वीएल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स एए श्रेणी में एक सरकारी मान्यता प्राप्त ठेकेदार है। कंपनी के पास विभिन्न राज्य सरकारों से लाइसेंस और पंजीकरण हैं। कंपनी विशेष रूप से वॉटर इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिंचाई में विभिन्न प्रकार की सरकारी परियोजनाओं की डिजाइनिंग, निर्माण और कमीशनिंग करती है। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए, कंपनी ने कुल 114 करोड़ रुपये का राजस्व और 6.14 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया।