नई दिल्ली: पंजाब के रहने वाले फुमन सिंह कौररा ने गाजर की खेती करके अपनी और अपने परिवार की किस्मत बदल दी है। उन्होंने 30 साल पहले धान की जगह गाजर की खेती शुरू की थी। आज वह सालाना 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमा रहे हैं। उनके पास इतना बड़ा बीज बैंक भी है जिससे 650 एकड़ से ज्यादा जमीन पर खेती हो सकती है। आइए, यहां फुमन सिंह की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।
फुमन सिंह कपूरथला के गांव परमजीतपुरा के रहने वाले हैं। छह भाई-बहनों में सबसे छोटे फुमन सिंह ने बचपन में अपने परिवार को हमेशा आर्थिक तंगी से जूझते देखा। पिता और दादा खेतों में कड़ी मेहनत करते थे। लेकिन, घर खर्च चलाना भी मुश्किल होता था। हालात इतने खराब थे कि फुमन सिंह को BA सेकेंड ईयर के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी। कॉलेज की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे में उन्होंने अपने परिवार के साथ धान और गेहूं की खेती में हाथ बंटाना शुरू कर दिया। दूध बेचने का काम भी करते थे। लेकिन, उन्हें एहसास हुआ कि इससे आमदनी बहुत कम हो रही है। लंबे समय तक गुजारा करना मुश्किल होगा। अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उन्होंने दूसरे रास्ते तलाशने शुरू कर दिए।
फुमन सिंह ने गाजर की खेती को एक अच्छा विकल्प पाया। परमजीतपुरा, जिसे अल्लूपुर भी कहा जाता है, कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी ब्लॉक में स्थित है। यह गाजर की खेती के लिए मशहूर है। उन्होंने एक किसान से मदद मांगी जो थोड़ी सी जमीन पर गाजर उगा रहा था। मदद करने के बजाय उस किसान ने उन्हें ताना मारा कि यह काम उनके बस का नहीं है। इस बात से फुमन सिंह को गाजर की खेती में सफल होकर खुद को साबित करने की और भी ज्यादा प्रेरणा मिली। पिछले 30 वर्षों में 65 साल के इस किसान ने सभी को गलत साबित कर दिखाया है। 4.5 एकड़ जमीन से शुरुआत करके फुमन सिंह ने गाजर की खेती के दम पर अपने परिवार की तकदीर ही बदल दी। आज उनके परिवार के पास 80 एकड़ से ज्यादा जमीन है। यहां मुख्य रूप से गाजर की खेती होती है। गाजर उगाने के अलावा, वह बीज भी बेचते हैं - इतने कि 650 एकड़ से ज्यादा जमीन पर बुवाई हो सके। आज वह अपने बेटे के साथ मिलकर गाजर और बीज की खेती से सालाना 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाते हैं।