रायपुर । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने अकलतरा ब्लॉक के ग्राम रसेड़ा में गौठान की ज़मीन पर अवैध कब्जा हटाने और तीन पंचों की गिरफ़्तारी को बेवज़ह बताकर उनको रिहा करने की मांग को लेकर जांजगीर-चाँपा कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुँचे ग्रामीणों के साथ पुलिस द्वारा की गई अमानवीयता पर गहरी नाराज़गी जताई है। श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश सरकार का पुलिस तंत्र बेक़ाबू होकर संवेदनहीनता की हदें पार कर रहा है। इस मामले ने साबित कर दिया है कि प्रदेश सरकार का 'गाँव-ग़रीबों की सरकार' और महिला सशक्तिकरण का नारा भी कोरी जुमलेबाजी ही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद अराजकता का माहौल पूरे प्रदेश में व्याप्त है और भू-माफियाओं की दबंगई के चलते गाँवों में खाली ज़मीन पर अतिक्रमण की बाढ़-सी आ गई है। रसेड़ा के ग्रामीणों द्वारा गौठान की ज़मीन पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग पर प्रशासन द्वारा कोई सख़्त क़दम नहीं उठाया गया, उल्टे तीन पंचों को गिरफ़्तार कर लिया गया। इससे नाराज़ ग्रामीण जब कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुँचे तो पुलिस ने उन्हें रोका और फिर लात-घूँसों व डंडे से ग्रामीणों को पीटा महिलाओं को भी नहीं बक्सा गया। श्री सिंहदेव ने कटाक्ष किया कि 'अब होगा न्याय' का शोर मचाने वाली प्रदेश सरकार अब प्रदेश में न्याय का यह कैसा नज़ारा पेश कर रही है? क्या महिलाओं, ग्रामीणों और आदिवासियों को पिटवाना उन्हें प्रताड़ित करना अन्याय करना ही बघेल सरकार का न्याय हैं। 2 दिन पहले ही कवर्धा में आदिवासियों पर लाठियां बरसाने वाली भूपेश सरकार में अब महिलाओं पर भी लाठी बरसाई गयी क्या यही हैं 2 वर्ष का दमनकारी शासन क्या ऐसे होगा छत्तीसगढ़ में न्याय? श्री सिंहदेव ने इस घटना की उच्चस्तरीय जाँच और महिलाओं व ग्रामीणों की अमानवीय पिटाई करने के लिए दोषी लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।