दुर्ग ।
गणेश विसर्जन को लेकर
प्रशासनीक स्तर पर
तैयारियां अब तक
शुरु नहीं हुई
है। शहर के
तालाबों व ठगड़ाबांध
एवं शिवनाथ नदी
में दुर्ग-भिलाई
व आसपास के
क्षेत्रों के हजारों
गणेश प्रतिमाओं का
विसर्जन हर वर्ष
की भांति इस
वर्ष भी किया
जाएगा लेकिन अब
तक ना प्रशासन
ने इसे गंभीरता
से लिया और
ना ही स्थानीय
निकाय ने रुचि
दिखाई है जो
चिंता का विषय
है। विगत दिनों
के बारिश के
कारण आमजन का
जनजीवन प्रभावित हुआ है।
आगामी मौसम विभाग
द्वारा बरसात की संभावना
को देखते हुए
प्रशासन को चुस्त
रहने की आवश्यकता
है। रविवार को
शहर विधायक अरुण
वोरा ने सतरुपा
शीतला मंदिर के
तालाब में हवन
सामाग्री विसर्जन कुण्ड में
पटी पड़ी गदंगी
एवं ठगड़ाबांध व
शिवनाथ नदी पर
बने पुराने ब्रिज
व सर्विस रोड
में बड़े-बड़े
गड्ढ़े नदी तक
होने के कारण
प्रतिमाओं को विसर्जित
करने की बेहत्तर
व्यवस्था बनाने निगम अधिकारियों
को कहा। मिनीमाता
चौक से लेकर
शिवनाथ नदी गुरुद्वारा
तक एवं शहर
के तालाबों व
आसपास के बांधो
पर लगे स्ट्रीट
लाईट जो बंद
है उसे तत्काल
चालू करेे एवं
साफ-सफाई के
साथ ही समय-
समय पर विसर्जन
स्थल पर सैनेटाइजिग
निगम द्वारा कराया
जाना निश्चित किया
जाए। साथ ही
लोक निर्माण विभाग
व नगर निगम
एवं पुलिस विभाग
को आने वाले
दो दिनो तक
चलने वाले नदी
व तालाबों के
विसर्जन स्थलो पर कोरोना
महामारी को ध्यान
देते हुए सोशल
डिस्टेसिंग एवं सुरक्षा
के लिहाज से
कड़े इतंजाम करने
कहा। शिवनाथ व
तालाब में राजेश
शर्मा, रमेश श्रीवास्तव,
सुरेन्द्र राजपूत, गणेश समिति
के अध्यक्ष नंदू
महोबिया, समिति कोषाध्यक्ष सुमित
वोरा, प्रकाश गीते,
श्रवण यादव, कमलेश
शर्मा, अंशुल पाण्डेय, संजीव
श्रीवास्तव, नमन पाटनी,
अमित अग्रवाल, निगम
अधिकारी जितेन्द्र सम्मैया, स्वास्थ्य
अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, पुलिस
प्रशासन के साथ
नदी के गोताकोर
उपस्थित थे।