इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अफगान सीमा से आतंकियों ने भारी गोलीबारी की है, जिसमें पाकिस्तानी सेना के दो जवान मारे गए हैं। यह घटना पाकिस्तान के बजौर जिले में हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद इस तरह की यह पहली घटना है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने भी दावा किया है कि उसने भी जवाबी कार्रवाई में दो से तीन आतंकियों को मार गिराया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग ने पाकिस्तान के खिलाफ गतिविधियों के लिए आतंकियों द्वारा अफगानिस्तान की धरती के इस्तेमाल की बात कहते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि हम यह उम्मीद करते हैं कि अफगानिस्तान भविष्य में इस तरह की गतिविधियों की इजाजत नहीं देगा।
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के उस पार अफगानिस्तान के भीतर से आतंकवादियों ने बाजौर जिले में एक सैन्य चौकी को निशाना बनाकर भारी गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना के जवानों ने भी इस गोलीबारी का जवाब दिया जिसमें दो से तीन आतंकी मारे गए है जबकि तीन से चार जख्मी हुए हैं। बता दें कि बीते गुरुवार को बामन सेक्टर में अफगानिस्तान की सीमा के पार से एक जांच चौकी पर आतंकवादी हमले में एक पाकिस्तानी सैनिक की मौत हो गई थी।
समाचार के मुताबिक तालिबान ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के मसले पर भी इमरान सरकार को आईना दिखा दिया है। तालिबान ने साफ कर दिया है कि आतंकी संगठन टीटीपी पाकिस्तान की समस्या नहीं है और इसे पाक को ही सुलझाना होगा। यह बयान खुद तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद की ओर से दिया गया है। तालिबान का कहना है कि टीटीपी से खुद पाकिस्तान को ही निपटना होगा। तालिबान की ओर से आए इस बयान को पाकिस्तान के मुंह पर एक करारा तमाचा माना जा रहा है।