तसलीमा नसरीन ने अमित शाह से मदद मांगी:कहा- भारतीय रेजिडेंस परमिट एक्सपायर होने से परेशान हूं, भारत मेरा दूसरा घर है

Updated on 22-10-2024 01:57 PM

बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर गृह मंत्री अमित शाह से मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि उनका भारतीय रेजिडेंस परमिट जुलाई में एक्सपायर हो गया है और गृह-मंत्रालय उसे रिन्यू नहीं कर रहा है।

तसलीमा ने कहा कि भारत उनका दूसरा घर है और 22 जुलाई के बाद से परमिट रिन्यू न होने से वे परेशान हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उन्हें भारत में रहने देगी, तो वे शुक्रगुजार होंगी।

बांग्लादेश इस वक्त गंभीर सत्ता संघर्ष से जूझ रहा है। कुछ महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से स्थिति अस्थिर है।

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार इस वक्त लोकतांत्रिक संस्थाओं को फिर से बहाल करने की चुनौती का सामना कर रही है।

2011 से भारत में रह रही हैं नसरीन

नसरीन 2011 से भारत में रह रही हैं और उनके पास स्वीडन की नागरिकता है। वे पहले भी कई बार अपने रेजिडेंस परमिट के स्टेटस को लेकर भारत सरकार के अधिकारियों से कोई जानकारी न मिलने पर चिंता जता चुकी हैं।

पिछले महीने उन्होंने कहा था कि वे नियमित रूप से अपने आवेदन का स्टेटस ऑनलाइन चेक करती हैं, लेकिन यह अब भी 'अपडेटिंग' दिखा रहा है, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें बांग्लादेश और वहां की पॉलिटिक्स से कोई मतलब नहीं है।

तसलीमा के बांग्लादेश छोड़ने की वजह... 4 पॉइंट

तसलीमा के लेखन के चलते 1994 में बांग्लादेश में उनके खिलाफ फतवा जारी किया गया था। उसके बाद से उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने भारत में शरण ली, लेकिन यहां भी बार-बार उन्हें अपनी जगह बदलनी पड़ी। वह पहले कोलकाता और जयपुर में रहीं, फिर दिल्ली में स्थायी निवास परमिट के तहत बस गईं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तसलीमा साल 1998 में कुछ दिनों के लिए बांग्लादेश गई थीं, लेकिन उस समय वहां शेख हसीना की सरकार थी। इसलिए उन्हें बांग्लादेशी सरकार ने फिर से देश छोड़ने के लिए बाध्य कर दिया गया था।

तसलीमा शेख हसीना की विरोधी खालिदा जिया को भी इसके लिए जिम्मेदार मानती हैं। उन्होंने कहा था कि दोनों ने उन्हें बांग्लादेश में नहीं रहने दिया और इस्लामिक कट्टरपंथियों को बढ़ावा दिया।

तसलीमा कई वर्षों तक यूरोप में भी रहीं। वे 2004-2005 के दौरान भारत आ गईं। शुरू में वे पश्चिम बंगाल के कोलकाता में थीं। उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश के करीब रहकर वे कोलकाता से अपने वतन के अनुभव को महसूस करती रहेंगी। हालांकि, 2007 में वे जयपुर में रहने चले गई थीं और अब वे दिल्ली में रहती हैं।

तसलीमा के चर्चा में रहे 2 बयान

1. नागरिकता संशोधन कानून को अच्छा बताया 

तसलीमा ने नागरिकता संशोधन कानून को को लेकर कहा था कि इस कानून में पड़ोसी देशों में सताए गए मुस्लिमों, मुक्त विचारकों और नास्तिक लोगों को शामिल किया जाना चाहिए। यह कानून इसलिए अच्छा है, क्योंकि इसमें बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सताए गए धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान है।

2. सरोगेसी के जरिए होने वाले बच्चों को रेडीमेड बेबी कहा था 

तसलीमा ने प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस के सरोगेसी से पेरेंट्स बनने पर एक पोस्ट शेयर की थी। उन्होंने लिखा था- सरोगेसी सिर्फ गरीब महिलाओं के कारण ही संभव है। अमीर लोग अपने स्वार्थ के लिए समाज में गरीबी का अस्तित्व चाहते हैं। जो औरत सरोगेसी के जरिए रेडीमेड बच्चे प्राप्त करती हैं, उन्हें मां बनने की फीलिंग्स कैसे आती होगी? क्या उन्हें भी वैसी ही फीलिंग आती होगी जैसी जन्म देने वाली मां को आती है?

भारत में 180 से ज्यादा दिन रहने के लिए रेजिडेंस परमिट जरूरी

रेजिडेंस परमिट एक आधिकारिक डॉक्यूमेंट होता है, जो किसी फॉरेनर को 180 दिनों से ज्यादा समय तक भारत में रहने की अनुमति देता है। जो विदेशी नागरिक 180 दिनों से ज्यादा समय तक भारत में रहने का प्लान बनाते हैं, उन्हें फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस से यह परमिट लेना होता है। इसकी लिमट खत्म होने के बाद इसे बार-बार रिन्यू कराना होता है।


Advt.

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 10 January 2025
पंजाब के अमृतसर में एक और पुलिस चौकी धमाके की आवाज से दहल गई। यह धमाके की आवाज गुरुवार रात करीब 8 बजे सुनाई दी। पुलिस ने बयान जारी कर…
 10 January 2025
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में आज सुबह एक उद्योग में भीषण आग लग गई है। फॉर्मा उद्योग में जब आग लगी तो नाइट शिफ्ट के लगभग 35 कर्मचारी…
 10 January 2025
सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने के लिए लगाई गई पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने इन याचिकाओं को खारिज कर दिया। 17 अक्टूबर…
 10 January 2025
हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके साथ ही कोर्ट में…
 10 January 2025
अयोध्या रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाने को तैयार है। 11 से 13 जनवरी तक उत्सव होंगे। इन 3 दिनों में VIP दर्शन नहीं होंगे। मंदिर ट्रस्ट ने…
 10 January 2025
21वीं सदी के पहले महाकुंभ का आयोजन भी प्रयागराज में हुआ था। 2001 का महापर्व इलेक्ट्रॉनिक और सैटेलाइट युग आने के बाद पहला कुंभ मेला था। इस दौरान अध्यात्म और…
 10 January 2025
दिल्ली के स्कूलों को बम की धमकी एक 12वीं के स्टूडेंट ने भेजी थी। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी स्टूडेंट को हिरासत में लिया।उसने पूछताछ में बताया कि वह…
 10 January 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत के साथ पॉडकास्ट किया। कामथ ने गुरुवार को इसका ट्रेलर जारी किया। इसमें पीएम मोदी कहते हैं कि उनसे भी गलतियां…