काबुल । तालिबान के बढ़ते जुल्म से अफगानिस्तान में दशहत का माहौल है यहां काबुल में तालिबानी कानून लागू हो गया है। नकाब नहीं पहनने पर आतंकियों ने 21 वर्षीय लड़की को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। अधिकारी ने बताया कि 21 साल की नाजनीन जब अफगानिस्तान के सेंटर में स्थित बल्ख जिले की ओर जा रही थी तभी तालिबानी आतंकियों ने उसको अपनी गाड़ी में खींच लिया और उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं अफगान वायुसेना ने उत्तरी अफगानिस्तान में तालिबान के और आगे कब्जा करने के बाद दक्षिणी हिस्से में विद्रोहियों के ठिकानों पर गुरुवार को और हवाई हमले किए। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हवाई हमले पूरे देश में किए गए, दक्षिणी हेलमंद प्रांत में भी प्रांतीय राजधानी लश्करगाह में कड़ा संघर्ष जारी है। तालिबान का शहर के 10 पुलिस जिलों में से 9 पर नियंत्रण है। लश्करगाह के निवासियों ने सरकारी रेडियो और टेलीविजन केंद्र के पास भारी बमबारी की जानकारी दी है।
पश्तून नेता महमूद खान अचकजई ने कहा कि अफगानिस्तान में युद्ध के लिए पाक जिम्मेदार है। उन्होंने सरकार की निंदा करते हुए कहा कि इस देश में शांति क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है, दुनिया को अफगानिस्तान की स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि अफगानिस्तान में बढ़ते संघर्ष के कारण 2021 में अब तक करीब 3,60,000 लोग विस्थापित होने के लिए मजबूर हुए हैं। उन्होंने लश्करगाह में लोगों की सुरक्षा पर गहरी चिंता जताई जहां तालिबान के साथ लड़ाई के कारण 10 हजार लोग फंसे हो सकते हैं। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के सहायता अभियान (यूएनएएमए) ने शहरी इलाकों में लड़ाई को तत्काल बंद करने का आह्वान किया अमरीकी विदेश विभाग के अधिकारी ने कहा कि वाशिंगटन चाहता है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान से लगी अपनी सीमाओं को अफगान शरणार्थियों के लिए खुला रखे। वहीं तुर्की से कहा है कि वह अमरिका में फिर से बसने से पहले अफगानों को 14 महीने तक देश में रहने की इजाजत प्रदान करे।