नई दिल्ली। भारत की टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा को भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) ने प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामित किया है। मनिका पिछले साल भी देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार की दौड़ में थीं। वह राष्ट्रमंडल खेलों के एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली देश की पहली महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं।
उन्होंने 2018 में यह उपलब्धि हासिल की थी, जब उन्होंने दो स्वर्ण सहित कुल चार पदक जीते थे। गोल्ड कोस्ट में खेले गये इन खेलों में ही 24 वर्षीय मनिका की अगुवाई में भारतीय महिला टीम ने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वर्तमान में विश्व की 63वें नंबर की खिलाड़ी ने इसके पांच महीने बाद जकार्ता एशियाई खेलों में शरत कमल के साथ मिलकर मिश्रित युगल का कांस्य पदक जीता था।
टीटीएफआई के महासचिव एमपी सिंह ने कहा हमारा मानना है कि वह इस सम्मान की हकदार है और इसलिए हमने दूसरी बार उसे नामित करने का फैसला किया। पिछले साल पहलवान बजरंग पुनिया और पैरा एथलीट दीपा मलिक को खेलों का यह सर्वोच्च सम्मान मिला था। महासंघ ने इसके अलावा मधुरिका पाटकर, मानव ठक्कर और सुतीर्थ मुखर्जी के नाम की सिफारिश अर्जुन पुरस्कार के लिये की है। मुखर्जी हाल में टीटीएफआई विश्व रैंकिंग में शीर्ष 100 में शामिल हुए थे। कोच जयंत पुशीलाल और एस रमन को द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये नामित किया गया है।
महिला पहलवान विनेश फोगाट को भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) ने देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नामित किया है, जबकि विश्व चैम्पियनशिप के पदकधारी राहुल अवारे, ओलंपिक के लिए क्वालीफाइ कर चुके दीपक पूनिया और साक्षी मलिक के अलावा दो अन्य पहलवानों को अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। विनेश टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली इकलौती भारतीय महिला पहलवान है।
इस पुरस्कार के लिए उनके नाम के भेजे जाने की संभावना पहले से थी लेकिन डब्ल्यूएफआई ने आश्चर्यजनक रूप से अर्जुन पुरस्कार के लिए पांच खिलाडियों को नामित किया है। रियो ओलंपिक में पदक जीतने वाली साक्षी मलिक हालांकि पिछले तीन वर्षों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी और कई बार अपने जूनियर खिलाड़ियों से भी हार गयी लेकिन डब्ल्यूएफआई ने उनकी उम्मीदवारी को खारिज नहीं किया है।
दीपक पुनिया और राहुल अवारे की उम्मीदवारी दमदार होगी। विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक ने जूनियर वर्ग के दमदार प्रदर्शन को सीनियर वर्ग में भी दोहराया है तो वहीं राहुल ने भी नूर सूल्तान में हुए इस टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता था। डब्ल्यूएफआई ने संदीप तोमर और ग्रीको रोमन पहलवान नवीन को भी नामित किया। यह एक आश्चर्यजनक निर्णय है क्योंकि उनका प्रदर्शन भी साक्षी की तरह लचर रहा है। साक्षी को पहले खेल रत्न (2016) मिल चुका है।