ऐसी है कंपनी की वित्तीय स्थिति
चालू वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में कंपनी का रेवेन्यू 1480 करोड़ रुपये था। जो इससे पिछली तिमाही के मुकाबले करीब 53 करोड़ रुपये ज्यादा रहा। बात अगर कंपनी के नेट प्रॉफिट की करें तो जून 2024 तिमाही में यह 121 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछली तिमाही में यह करीब 74 करोड़ रुपये था।
निवेश करें या नहीं?
इस बढ़त के साथ लोगों के दिमाग में आ रहा होगा कि उन्हें भी इस कंपनी के शेयर खरीद लेने चाहिए। इसे लेकर एक्सपर्ट की अलग-अलग राय है। कुछ जानकारों के मुताबिक इसे खरीदने में सावधानी दिखाने की जरूरत है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह शेयर अपने मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है। अगर कुछ उलटफेर हुआ तो यह नीचे भी आ सकता है। वहीं सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट कुणाल कांबले ने कहा कि सुजलॉन ने 30 जून 2023 को बढ़ते वेज पैटर्न से ब्रेकआउट दिया। शुक्रवार के सत्र में 74 रुपये का अपेक्षित टार्गेट पार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि 96.70 रुपये के स्तर पर एक मजबूत रेजिसटेंस रखा गया है, जहां से पिछली बिकवाली देखी गई थी। यह उससे अभी 2 रुपये कम है।
डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें। क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।
चालू वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में कंपनी का रेवेन्यू 1480 करोड़ रुपये था। जो इससे पिछली तिमाही के मुकाबले करीब 53 करोड़ रुपये ज्यादा रहा। बात अगर कंपनी के नेट प्रॉफिट की करें तो जून 2024 तिमाही में यह 121 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछली तिमाही में यह करीब 74 करोड़ रुपये था।
निवेश करें या नहीं?
इस बढ़त के साथ लोगों के दिमाग में आ रहा होगा कि उन्हें भी इस कंपनी के शेयर खरीद लेने चाहिए। इसे लेकर एक्सपर्ट की अलग-अलग राय है। कुछ जानकारों के मुताबिक इसे खरीदने में सावधानी दिखाने की जरूरत है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह शेयर अपने मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है। अगर कुछ उलटफेर हुआ तो यह नीचे भी आ सकता है। वहीं सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट कुणाल कांबले ने कहा कि सुजलॉन ने 30 जून 2023 को बढ़ते वेज पैटर्न से ब्रेकआउट दिया। शुक्रवार के सत्र में 74 रुपये का अपेक्षित टार्गेट पार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि 96.70 रुपये के स्तर पर एक मजबूत रेजिसटेंस रखा गया है, जहां से पिछली बिकवाली देखी गई थी। यह उससे अभी 2 रुपये कम है।
डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, एनबीटी के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श कर लें। क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।