लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने खाली स्टेडियमों में मैचों के आयोजन पर सवाल उठाया है। अख्तर ने कहा कि खाली स्टेडियम में मैचा ऐसे ही हैं जैसे बिना दुलहन के शादी हो रही हो। कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर में लॉकडाउन खुलते ही खेलों का आयोजन भी फिर शुरु होने लगा है पर ये सभी मैच संक्रमण की आशंका से दर्शकों के बिना ही हो रहे हैं। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान और वेस्टइंडीज की मेजबानी की योजना पर भी काम करना शुरू कर दिया है। इन दोनों टीमों के साथ पूरी सीरीज बस दो-तीन स्टेडियम में ही खेले जाने की योजना है। बोर्ड की कोशिश प्रसारण अधिकार से राजस्व हासिल करने की है।
वहीं खाली स्टेडियम में मैच आयोजन से पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर सहमत नजर नहीं आते। अख्तर ने कहा है कि यह तो वैसा ही होगा जैसे बिना दुलहन के शादी। उनका मानना है कि क्रिकेट की मार्केटिंग के लिए दर्शकों का स्टेडियम में आना बहुत जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सालभर के भीतर हालातों में सुधार होगा और लोग एकबार फिर स्टेडियम में जाकर मैच देख पाएंगे। अख्तर ने कहा, ‘खाली स्टेडियम में मैच खेलना क्रिकेट बोर्डों के लिए अच्छा हो सकता है पर मुझे नहीं लगता कि हमें इसको मार्केट करना चाहिए। खाली स्टेडियम में क्रिकेट खेलना ऐसा ही है जैसे बिना दुलहन के शादी। हमें खेल के लिए दर्शकों की सबसे पहले जरूरत है।’ वहीं अधिकतर दिग्गज खिलाड़ियों का मानना है कि हालात सामान्य होने तक खाली स्टेडियम में मैच होना सबसे बेहतर उपाय है।